क्राइमछत्तीसगढ़

सट्टेबाजी मामला… महादेव बुक वालों के नाम पहली बार कार्रवाई, रवि, सौरभ, अतुल व कपिल चला रहे रैकेट, चारों दुबई और दूसरे शहरों में शिफ्ट…

ऑनलाइन गेमिंग व सट्टेबाजी एप महादेव बुक पर लगातार कार्रवाई जारी है। शनिवार की रात दो बुकियों दिनेश और कार्तिक को पुलिस ने अवंति विहार से गिरफ्तार किया। दोनों के लोग आंध्रप्रदेश में दांव ले रहे थे। इस वजह से पुलिस की एक टीम तुरंत आंध्रा रवाना की गई। वहां छापेमारी में 10 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद पता चला कि महादेव बुक भिलाई के सौरभ चंद्राकर, रवि उत्पल, कपिल चेलानी और धर्मजयगढ़ के अतुल अग्रवाल का है। चारों मिलकर इसे ऑपरेट कर रहे हैं। अभी ये लोग अपने परिवार के साथ दुबई शिफ्ट हो गए हैं।
इन चारों मुख्य आरोपियों का नाम पहली बार पुलिस कार्रवाई में सामने आया है। देशभर में फैले नेटवर्क में का मुख्य सर्वर उन्होंने दुबई में रखा है। एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि भिलाई का कपड़ा कारोबारी कपिल चेलानी दुबई से आईडी चला रहा है। उसने वैशाली नगर के वी कार्तिक उर्फ साेनू को आईडी चलाने दी थी। कार्तिक बी दिनेश के साथ मिलकर आईडी चला रहा है। उसने आंध्रप्रदेश में किराए का एक मकान भी लिया है। गेमिंग के लिए 25-25 कर्मचारी सैलरी में रखे हैं।
पुलिस ने वहां छापा मारकर अंकित चौबे, वी वेंकटेश, एमके मौली, एम वेंकटेश आंध्रा, कुशाल अप्पा कर्नाटका, आयुष भारती, रितिक गिरी, के राजू, अमन सिंह चौधरी, ए राजू वैशाली को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 8 लैपटॉप, 23 मोबाइल और 200 से ज्यादा खातों की जानकारी मिली है।
इंदौर में महिला डॉक्टर से ठगी का वांटेड है कपिल
पुलिस ने बताया कि कपिल चेलानी और कमल दोनों भाई हैं। उनका भिलाई में कपड़ा का कारोबार है। दोनों भाई के खिलाफ इंदौर में ठगी का केस दर्ज है। महिला डॉक्टर से ठगी का पैसा दोनों भाई के खाते में जमा हुआ था। तब से पुलिस उनकी तलाश कर रही है। कपिल पर 5000 रुपए का इनाम भी है। वह 2020 में दुर्ग से भाग गया था। तब से दुबई में शिफ्ट है। उसने महादेव बुक में मोटी रकम निवेश की है।
कैसे बना रैकेट
पुलिस के अनुसार 2019 में भिलाई से महादेव बुक शुरू हुआ। सौरभ, रवि और अतुल तीनों ने हैदराबाद में रेड्डी अन्ना बुकी से ट्रेनिंग ली। तीन लाख में महादेव एप बनवाया। आरोपियों ने इसमें 10 करोड़ निवेश कराए और दुबई चले गए। वहां से फिर आईडी बेचने लगे। तीन साल में ऑनलाइन गेमिंग और सट्टा से करोड़ों रुपए कमा चुके हैं। आरोपी 100 से लाखों रुपए में आईडी बेच रहे हैं।
महादेव बुक के नाम से नंबर जारी किया गया है। इसमें आईडी लिखकर भेजने पर लिंक भेजा जाता है। 100 रुपए जमा करने पर आईडी और पासवर्ड मिलती है। उसमें अलग-अलग विकल्प होता है। आईडी में दांव लगा सकते हैं या ले भी सकते हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद भी महादेव बुक वाले लगातार छत्तीसगढ़ में आईडी बेच रहे हैं।

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