पंचायत विभाग ने जारी किया आदेश, जब तक रिक्त पद की नहीं मिलेगी जानकरी तब तक नहीं होगी पदोन्नति
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मी वर्ग-3 (सहायक शिक्षक पंचायत) को शिक्षाकर्मी वर्ग-2 (शिक्षक पंचायत) में पदोन्नति के लिए अभी और इंतजार करना होगा। पंचायत विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षाकर्मियों को पदोन्नति तब तक नहीं हो सकती जब तक स्कूल शिक्षा विभाग रिक्त पदों की जानकारी अलग से मुहैया नहीं कराता है। इसके लिए पंचायत विभाग के संचालक तारण प्रकाश सिन्हा ने मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है। प्रदेश में शिक्षाकर्मी वर्ग-3 की संख्या करीब 90 हजार है। इनमें से करीब 35 हजार शिक्षाकर्मी पदोन्नति की राह देख रहे हैं। कुछ जिलों ने अपने स्तर पर पदोन्नति की प्रक्रिया भी शुरु कर दी है, लेकिन जब इस बात की जानकारी अन्य जिलों को मिली तो उन्होंने पंचायत विभाग को पत्र लिखकर इस बारे में मार्गदर्शन मांगा। इसके जबाव में पंचायत विभाग के संचालक ने साफ शब्दों में कहा है कि फिलहाल कोई पदोन्नति की प्रक्रिया शुरु न की जाए। शिक्षाकर्मी संघ के मुताबिक वर्ग-3 से पदोन्नति देने पर वेतन में बढ़ोतरी हो जाती है, जिसकी वजह भी सरकार पदोन्नति देने से कतरा रही है। राज्यभर में सात से आठ जिलों में पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और करीब चार जिलों में प्रक्रिया को पूरी कर लिया गया और केवल आदेश निकालना बाकी है। बलौदाबाजार में रिक्त पदों की गणना के बाद 660 पद रिक्त है, जिनकी प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है आदेश की तैयारी थी और रोक लगा दी गई है।
शिक्षाकर्मी मोर्चा के वीरेन्द्र दुबे का कहना है कि शिक्षाकर्मी अपनी मुख्य मांग को लेकर अड़ा है। ऐसे में सरकार ने पदोन्नति ने रोक लगाकर शिक्षाकर्मियों के आक्रोश को बढ़ा दिया है। अब तीन अप्रैल से होने वाली मूल्यांकन बहिष्कार में शिक्षाकर्मी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और बहिष्कार के साथ प्रदर्शन भी करेंगे। प्रवक्ता जितेन्द्र शर्मा के मुताबिक जहां प्रक्रिया पूरी हो चुकी है वहां इसे रोकना उचित नहीं है। शर्मा ने कहा कि पदों की उपलब्धता है तो पदोन्नति कर देनी चाहिए। जहां गणना नहीं हो पाई या जानकारी नहीं है वहां गणना करवा ली जाए। इस तरह अचानक रोक लगाना सही नहीं है।
यहाँ भी देखे – शिक्षाकर्मियों का संविलियन होगा सरकार का ऐतिहासिक फैसला: दुबे
Add Comment