Breaking Newsदेश -विदेशसियासतस्लाइडर

पीएम मोदी के खिलाफ आम चुनाव 2024 में कौन होगा विपक्ष का चेहरा, नीतीश कुमार ने दिया यह जवाब..

नई दिल्‍ली : आम चुनाव 2024 से पहले विपक्ष को एकजुट करने के मिशन के अंतर्गत बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बुधवार को राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar)से मुलाकात की. पिछले माह बीजेपी से रिश्‍ता तोड़ने के बाद जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार सोमवार से चार दिवसीय दिल्‍ली यात्रा पर हैं और इस दौरान विपक्ष के कई नेताओं से भेंट की है. कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी, जेडी एस के एचडी कुमारस्‍वामी के अलावा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, इंडियन नेशनल लोकदल के ओमप्रकाश चौटाला और सपा अध्‍यक्ष अखिलेश याादव से भी नीतीश कुमार मिले हैं. विपक्ष के नेताओं के अलावा राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप राष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी बिहार के सीएम ने सौजन्‍य भेंट की है.

बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में नीतीश ने कहा, “मैं नेता नहीं बूनंगा. मैं केवल विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश करूंगा. बीजेपी देश पर कब्‍जा करने का प्रयास कर रही है. यदि सबने ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा तो तस्‍वीर अलग होगी. हम सभी लोगों से बात कर रहे हैं.” शाम को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्‍होंने कहा, “यह ‘मुख्य मोर्चा’ होगा, तीसरा मोर्चा नहीं.” विपक्ष के नेताओं के साथ अपनी बातचीत को उन्‍होंने सकारात्‍मक बताते हुए कहा कि आम चुनाव 2024 बहुत अच्‍छे होंगे जबकि अब तक यह एकतरफा मुकाबला रहा है. इस सवाल पर कि चुनाव 2024 में पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा कौन होगा, नीतीश ने कहा, “आप उनके (पीएम के) द्वारा किए गए काम को देखिए. उन्‍होंने केवल विज्ञापन किया है, नाम बदले हैं. काम के मामले में उनके पास ज्‍यादा कुछ नहीं है.” सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के खिलाफ संयुक्‍त मोर्चा बनाने की जरूरत है, नीतीश की यह मुहिम अब तक विपक्ष के नेताओं को एक हद तक प्रभावित करने में सफल रही है. इससे पहलेख्‍ शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के प्रयासों के बावजूद राज्‍य स्‍तरीय प्रतिद्वंद्विता के चलते कांग्रेस, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, मायावती की बसपा और वाम दलों ने इस मामले में खुद को अलग रखा था

बिहार के सीएम ने कहा, “पवार और मैं दोनों उन विपक्षी ताकतों को एकजुट करना चाहते हैं, जो भाजपा के साथ नहीं हैं. गठबंधन के नेता का फैसला बाद में किया जा सकता है. पहले एक साथ आना जरूरी है.”बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए एक बार फिर दिल्ली आएंगे, जो निजी कारणों से विदेश यात्रा पर हैं. नीतीश ने सुबह भाकपा (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य से भी मुलाकात की, जो उनके सबसे पुराने सहयोगियों में से एक हैं.

Back to top button