काला कपड़ा पहनकर एक दिवसीय हड़ताल के बाद BSP ट्रक ट्रेलर स्टील ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और बीएसपी के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। शुक्रवार देर शाम हुई बैठक में BSP के ईडी सेल ब्रांच मैनेजर व जीएम फाइनेंस ने एसोसिएशन की कई शर्तों को मान लिया है। बैठक में यह फैसला लिया गया है कि दूसरे राज्य के ट्रेडर्स व लिफ्टर तभी काम कर पाएंगे, जब यहां के एसोसिएशन की शर्तों को मानेंगे। इसके बाद अब शनिवार शाम ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की महा बैठक बुलाई गई है।
BSP ट्रक ट्रेलर स्टील ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह (छोटू) ने बताया कि उन लोगों ने शुक्रवार को काला कपड़ा पहनकर एक दिवसीय प्रदर्शन किया था और अपनी मांगों को बीएसपी के अधिकारियों के सामने रखा था। इसके बाद 26 अगस्त अगस्त की शाम उनकी बीएसपी के अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में BSP ट्रक ट्रेलर स्टील ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ ही BSP के ED (P&A) सेल ब्रांच मैनेजर SRM और GM फाइनेंस मौजूद रहे। बैठक में सभी लोगों ने एक सहमति से निर्णय लिया कि, अन्य राज्यों के ट्रेडर्स और लिफ्टर्स को BSP ट्रक ट्रेलर स्टील ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की शर्तों को मानना होगा। एसोसिएशन की शर्तों को मानने वाले ट्रेडर्स व लिफ्टर शनिवार से काम शुरू कर सकते हैं, वहीं जो शर्तों को नहीं मानेगा उसको काम नहीं करने दिया जाएगा।
रायपुर और भिलाई के ट्रांसपोर्टस के बीच आज होगी महा बैठक
एसोसिएशन के संरक्षक प्रभुनाथ बैठा ने बताया कि भिलाई व रायपुर के ट्रांसपोटर्स के बीच 27 अगस्त की शाम महा बैठक बुलाई गई है। होटल सेंट्रल पार्क में शाम 5.30 बजे आयोजित इस बैठक में ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में रायपुर व भिलाई के सभी गाड़ी मालिक मौजूद रहेंगे। ट्रांसपोटर्स का कहना है कि मंदी और डीजल के बढ़ते रेट ने ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया है। गाड़ियों की कीमत तो बढ़ी, लेकिन ट्रांसपोर्टिंग का कोई फिक्स रेट न होने से कई गाड़ी मालिक सड़क पर आ गए हैं।
सीएम के सामने रखी जाएगी बात
एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से भी एसोसिएशन मुलाकात करेगा। उन्होंने पहले ही कहा है कि, छत्तीसगढ़ में स्थानीय लोगों को ही प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि, पिछले 40-45 सालों से लोकल मालवाहक ही बीएसपी से माल निकालते रहे हैं। अब बीएसपी ने पूरा सिस्टम ऑनलाइन कर दिया है। इस वजह से दूसरे प्रदेश के मालवाहन सीधे प्लांट से माल निकाल रहे हैं। इस समस्या को लेकर वह मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।
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