लखनऊ. बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में उत्तर प्रदेश के 8 खिलाड़ियों ने देश के लिए मेडल्स जीतकर न सिर्फ देश का बल्कि प्रदेश का भी गौरव बढ़ाया है. इन सभी पदकवीरों को उत्तर प्रदेश सरकार पूर्व निर्धारित नकद इनाम व अन्य सुविधाओं से सम्मानित करेगी. प्रदेश सरकार ने नई खेल नीति के तहत हाल ही में घोषणा की थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल्स जीतने वाले खिलाड़ियों को उचित सम्मान और पद से नवाजा जाएगा.
इसके तहत, स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को एक करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 75 लाख रुपये और कांस्य पदक जीतने वाले को 50 लाख रुपए का नकद ईनाम दिया जाएगा. साथ ही, सभी पदकवीरों को राजपत्रित अधिकारी का पद भी दिया जाएगा.
इन खिलाड़ियों का होगा सम्मान, मिलेगी नकद राशि
उत्तर प्रदेश के 8 खिलाड़ी इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने में कामयाब रहे हैं या फिर पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं. 10 किमी. पैदल चाल में जहां मेरठ की प्रियंका गोस्वामी ने रजत पदक जीता है. वहीं रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम में मेरठ की दीप्ति शर्मा और बिजनौर की मेघना सिंह भी शामिल रही हैं. इसके अलावा, रजत पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम में वाराणसी के ललित उपाध्याय ने भी अहम भूमिका निभाई.
वाराणसी के जूडोका विजय कुमार यादव, मुजफ्फरनगर की पहलवान दिव्या काकरान, मेरठ की भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी एवं महिला हॉकी टीम की सदस्य वंदना कटारिया ने देश के लिए कांस्य पदक जीतने में सफलता पाई है.
पदकवीरों के साथ ही गेम्स में हिस्सा लेने वाले 5 खिलाड़ियों को भी मिलेगा सम्मान
पदकवीरों के साथ-साथ कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सेदारी के लिए भी 5 खिलाड़ियों को भागीदारी राशि के तौर पर 5-5 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे. इनमें मेरठ की चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) खिलाड़ी सीमा पूनिया, वाराणसी की भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) पूनम यादव एवं पूर्णिमा यादव, जौनपुर के भाला फेंक (जेवलिन थ्रो) खिलाड़ी रोहित यादव और संभल की हैमर थ्रो खिलाड़ी सरिता यादव शामिल हैं.
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