
विशाखापट्टनम. आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में कक्षा दसवीं में पढ़ने वाली 15 साल की एक मासूम छात्रा स्कूल के बाद अपने घर जाना नहीं चाहती थी. जब उससे टीचर ने इसकी वजह पूछी तो इस गुमसुम छात्रा के उत्तर सुन कर वे हैरान रह गईं. स्कूल टीचर ने तुरंत पुलिस की मदद ली और मासूम को बचाया. नाबालिग छात्रा ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से उसके पिता उसका यौन शोषण कर रहे हैं.
हिम्मत जुटाकर छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि यह छात्रा मोबाइल पर बहुत अधिक समय बिताती थी और पिता इस बात से नाराज रहता था. सजा देने के बहाने उसने छात्रा से कई बार रेप किया.
छात्रा ने बताया कि दो साल पहले उसके पिता की दोनों किडनियां खराब हो गईं थी. पिता की जान बचाने के लिए मां ने अपनी किडनी दान की है. इसके बाद से मां की तबीयत खराब चल रही है. इस कारण उसकी मां इन दिनों नानी के घर पर रहते हुए अपना इलाज करा रही है. छात्रा ने बताया कि मां के घर पर न रहने से पिता का व्यवहार बदल गया और वे उसका पिछले कुछ महीनों से यौन शोषण कर रहे थे.
पिता को न्यायिक हिरासत में भेजा
पुलिस ने बताया कि मासूम का मेडिकल कराया गया है. वहीं उसके पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. गौरतलब है कि एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2020 में हर दिन औसतन 77 रेप केस दर्ज हुए हैं.