प्रदेश भर में मानसून द्रोणिका के प्रभाव से वर्षा शुरू हो गई है। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार वर्षा के चलते पारे में गिरावट आई है और उमस से लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार को बादल छाए रहने के साथ ही वर्षा की संभावना है। प्रदेशभर में 12 जुलाई तक की स्थिति में 321.2 मिमी वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को कुछ जिलों में भारी वर्षा की संभावना तथा आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई है।
बीते पांच दिनों से हो रही भारी वर्षा से राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। बीजापुर से होकर निजामाबाद जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 163 बीते पांच दिन से बंद है। विजयवाड़ा तक जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 30 दो दिन से बंद है। वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। हाइवे पर मोटरबोट चल रही है।
जगदलपुर में इंद्रावती खतरे के निशान से उपर बह रही है। धमतरी, बालोद और राजनांदगांव में भी बारिश का पानी शहर में भर गया है। धमतरी में एक व्यक्ति नाले में बह गया। वहीं बीजापुर के खेत में डूबकर एक बच्ची की मौत हो गई। बाढ़ में बहे कडेनार के ग्रामीण का पांचवें दिन भी पता नहीं चला है
सुकमा जिले में बारिश से शबरी नदी समेत छोटे नाले उफान पर है। जहां एक और आन्ध्र प्रदेश व तेलंगाना से कोंटा का संपर्क टूट गया तो वहीं दूसरी ओर जगरगुड़ा का संपर्क दोरनापाल व जिला मुख्यालय से टूट चुका है। वहीं कोंटा के पास एनएच 30 पर नदी का पानी आ गया। सैकड़ों वाहन दोनों ओर रुके हुए है। वही सीमा पर लोगांे के आवागमन के लिए मोटरबोट व नगर सैनिकों को तैनात किया गया। विभाग की माने तो शबरी का जलस्तर सुकमा में 3.940 मीटर लेकिन कोंटा में बढ़कर 13.200 हो गया।
राजनांदगांव जिले में महाराष्ट्र से सटे इलाकों में पुल पुलिया डूब गए हैं। धमतरी में लगातार नौ घंटे तक हुई बारिश से जिले में चारों ओर पानी-पानी हो गया है। धमतरी के थाने में पानी घुस गया, जिसे बाल्टी लेकर सिपाही निकालते नजर आए। शहर समेत ग्रामीण अंचल के रपटा, नाले व छोटे पुल, सड़क मार्ग उफान पर है। कई जगह सड़क मार्ग के ऊपर पानी भरने से आवागमन प्रभावित है। जिले में करीब 40 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। वही गंगरेल बांध में कैचमेंट एरिया से 68,000 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इससे गंगरेल बांध में 23 टीएमसी पानी भर गया है।
महानदी किनारे के ग्रामीणों को अलर्ट किया
धमतरी के एडीएम ऋषिकेश तिवारी ने बताया कि भारी वर्षा को देखते हुए जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रुद्री बैराज से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है। महानदी किनारे के ग्रामीणों को मुनादी कराकर सक्रिय रहने अपील की गई है, ताकि कोई अनहोनी न हो। वहीं बनबगौद नाला में एक व्यक्ति के बह जाने की जानकारी मिली है। उन्हें ढूंढने गोताखोर जुटे हुए है।
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