कलेक्ट्रेट परिसर में बकरा काटे जाने पर साधु-संतों ने आक्रोश जताया है। मंगलवार को साधु-संतों ने मंत्रोच्चार करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में गंगाजल का छिड़काव करते हुए शुद्धिकरण किया। साथ ही बकरा काटने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की। भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास के नेतृत्व में अनेक साधु-संत कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित पार्किंग परिसर में पहुंचे।
संतों ने पूरे परिसर में घूम-घूमकर मंत्रोच्चार करते हुए गंगाजल छिड़का और धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आक्रोश प्रकट किया। साधु-संतों का कहना था कि कलेक्ट्रेट परिसर से अधिकारी नियम जारी करते हैं और परिसर में ही नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जाता है। षड़यंत्र करके प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ न हो और नियमों का पालन किया जा सके।
कलेक्ट्रेट को गंगा जल से शुद्धिकरण करने वालों में गौरीशंकर श्रीवास, महंत देवदास, भागवताचार्य युगल किशोर, महंत हिमांशु, भागवताचार्य सत्यनारायण, मोहन महाराज के अलावा जयराम दुबे, जितेंद्र धुरंधर, मनीष साहू, गिरीश अवधिया, ओमेश कुमार, किशोर सोनी आदि उपस्थित थे।
बता दें कि ईद के दिन इस परिसर में बकरा काटा गया था। यहां परिसर में नियुक्त कर्मचारियों ने ये कृत्य किया था। कलेक्टे्रट परिसर को गांधी धाम के नाम से भी जाना जाता है। यहां महात्मा गांधी की एक मूर्ति भी लगाई गई है। अवसर विशेष पर कलेक्टे्रट के कर्मचारी गांधीजी की मूर्ति के समीप खड़े रहकर निष्ठापूर्वक कार्य करने की शपथ भी लेते हैं।
सत्य और अहिंसा के पुजारी कहे जाने वाले महात्मा गांधी के नाम पर रखे गए इस परिसर में इस तरह के कृत्य से सभी में आक्रोश है। मंगलवार को इसी के विरोध में साधु-संतों के साथ भाजपा नेताओं ने इस स्थान का शुद्धिकरण किया। भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से इस पूरे परिसर में भविष्य में दोबारा ऐसा न हो, ये सनिश्चित करने की भी मांग की है।
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