सीजन में 80 रुपए किलो तक बिक चुका टमाटर अब 15 से 20 रुपए किलो में मिलने लगा है। आवक तेज होने की वजह से टमाटर के तेवर ढीले पड़ गए हैं। सब्जी के व्यवसाय से जुड़े लोगों का मानना है कि नई फसल आने तक टमाटर के दाम 30-35 रुपए किलो तक ही रहने वाले हैं। वहीं आलू 30 रुपए किलो बिकने लगा है। अन्य सब्जियों के दाम भी बहुत ज्यादा नहीं है। अधिकांश सब्जियां 20 से 40 रुपए किलो तक मिल जा रही है। इधर आलू और टमाटर की कीमत कम होने के आसार नहीं है।
बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। हालांकि इस बार अब तक उतना असर दिखाई नहीं दे रहा है। टमाटर की बात करें तो इसके दाम में भारी कमी आई है। महज एक सप्ताह में ही टमाटर के दाम कई गुना घटे हैं। मई और जून में टमाटर ने लोगों को परेशान किए रखा लेकिन जुलाई लगने के बाद से ही इसके दाम घटने लगे। अभी बेंगलोर से रोजाना टमाटर आ रहा है।
वहीं आंध्रप्रदेश के इलाके से भी टमाटर पहुंच रहा है। इस कारण मार्केट में टमाटर की कमी नहीं है और यहीं वजह है कि दाम घट गए हैं। 1500 से 1800 रुपए का क्रेट अब 400 से 450 रुपए में मिल रहा है। 16 से 17 रुपए थोक में कीमत है। वहीं जिस टमाटर की क्वालिटी अच्छी नहीं होती, उसे घाटे से बचने के लिए विक्रेता 15 रुपए किलो में भी बेच दे रहे हैं।
शनिचरी बाजार में तो ठेले पर 20 रुपए का दो किलो टमाटर बिकता रहा। यानी 10 रुपए किलो में टमाटर बिका। हालांकि विक्रेता खरीदारों को टमाटर छांटकर लेने नहीं दे रहा था। इधर शनिचरी और बृहस्पति बाजार में अच्छी क्वालिटी का आलू 30 रुपए किलो में मिला। तिफरा सब्जी मंडी से जानकारी मिली कि वहां पर 48 किलो की भरती वाले आलू के बोरे की कीमत 1050 रुपए है। यानी बी-4 पहाड़ी आलू थोक में 21 रुपए में बिका। वहीं आलू चिल्हर बाजार में 9 रुपए ज्यादा यानी 30 रुपए में बिका।
पिछली बारिश में दाम थे बहुत कम
पिछले साल बारिश के सीजन में धमधा, रायपुर, बेमेतरा आदि इलाकों से बेतहाशा सब्जियां पहुंचने की वजह से मंडी में दाम घट गए। कई दिनों तक थोक में करेला चार से पांच रुपए किलो तो खीरा और लौकी दो से तीन रुपए हो गए। बैंगन जरूर 10 रुपए के करीब रहा। लेबर खर्च नहीं निकलने की वजह से बड़े किसानों ने तुड़ाई बंद करवा दी थी। इस बीच बारिश होने से फसल खराब हो गई थी।
प्याज में ज्यादा मुनाफा कमा रहे विक्रेता
करेला थोक में 25 रुपए, कुंदरु 7 रुपए, मुनगा 25 रुपए, धनिया 100 रुपए, बरबट्टी 15 रुपए, भिंडी 10 रुपए, परवल 20-25 रुपए, बैगन 20 से 25 रुपए तक में मिल रहा है। वहीं चिल्हर में प्रति किलो 5 से 10 रुपए और कुछ में 15 रुपए किलो तक दाम बढ़ जा रहे हैं। हालांकि प्याज में ज्यादा मुनाफाखोरी चल रही है। प्याज थोक में 13 से 15 रुपए किलो है। लेकिन चिल्हर में प्याज 25 रुपए किलो में बेचा जा रहा है।
रोजाना 200 टन टमाटर बिक रहा
तिफरा सब्जी मंडी व्यापारी संघ के सचिव रामकुमार साहू ने बताया कि इन दिनों रोजाना बैंगलोर और आंध्रप्रदेश के इलाके से बड़ी तादाद में टमाटर मंडी में आ रहा है। रोज ही करीब 10 गाड़ी यानी करीब 200 टन टमाटर आ रहा है। इतना टमाटर रोज ही बिक जा रहा है। जब दाम बढ़े थे तो रोजाना एक से दो गाड़ी टमाटर आता था। लोकल की नई फसल को आने में अभी वक्त है।
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