छत्तीसगढ़ में 141 दिनों बाद कोरोना से 3 मरीजों की मौत हुई है। तीनों ही पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। इससे पहले 18 फरवरी को प्रदेश में कोरोना से 3 लोगों की जान गई थी। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का वायरस भले ही ओमिक्रॉन वेरिएंट का हो, लेकिन यह गंभीर मरीजों के लिए खतरनाक है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 258 नए संक्रमित मिले हैं।
राजधानी में 40 नए मरीजों की पहचान की गई है। प्रदेश में एक्टिव केस बढ़कर अब 1455 हो गए हैं। संक्रमण दर भी 2.53 फीसदी पहुंच गई है। जिन मरीजों की मौत हुई, वे कैंसर, डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर के मरीज थे। इनमें एक मरीज को तीनों डोज, जबकि दो मरीजों को वैक्सीन का एक डोज लगा था।
सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन व हिमेटोलॉजिस्ट डॉ. विकास गोयल के अनुसार कोरोना वैसे ही खतरनाक है, अगर लक्षण दिखने के बाद समय पर इलाज नहीं करवाए। कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता वैसे ही कम होती है।
कोरोना से संक्रमित होने के बाद वायरस तेजी से हमला करता है और मरीज इलाज के बाद भी संभल नहीं पाता। वैक्सीन लगवाने के बाद भी मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। गौरतलब है कि प्रदेश में वैक्सीन के दोनों डोज लगाने के बाद भी 5 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 500 से ज्यादा है।
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