नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. लेकिन चुनाव आयोग से पहले ही तारीखें सार्वजनिक हो चुकी थीं. बीजेपी के आईटी सेल इंचार्ज अमित मालवीय ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी. जब चुनाव आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तो उनके द्वारा तारीख बताने से पहले ही अमित मालवीय ने चुनाव तारीख के बारे में जानकारी दे दी. चुनाव आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही है. इस बीच बीेजेपी नेताओं को डेलीगेशन अमित मालवीय के बचाव में पक्ष रखने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुुंचा है। डेलीगेशन में शामिल केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने चुनाव आयोग को बताया कि अमित मालवीय ने एक टीवी चैनल पर खबर देखने के बाद ही ट्वीट किया. वहीं, नकवी के साथ मौजूद भूपेंद्र यादव ने आयोग को ये भी बताया कि एक कांग्रेस नेता ने भी चुनाव तारीखों की आधिकारिक घोषणा से पहले ही पोलिंग तारीख बता दी थी।
दरअसल, आज सुबह 11 बजे दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हुई. चुनाव आयुक्त ओपी रावत सिलसिलेवार तरीके से कर्नाटक चुनावों के बारे में जानकारी दे रहे थे. उन्होंने अब तक तारीखों की घोषणा नहीं की थी, कि इसी बीच 11 बजकर 8 मिनट पर अमित मालवीय ने ट्वीट कर दिया। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक में 12 मई 2018 को वोटिंग होगी और 18 मई 2018 को काउंटिंग होगी. अमित ने जिस वक्त ये ट्वीट किया, उस वक्त दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत चुनाव के बारे में बता ही रहे थे, उन्होंने न ही मतदान की तारीख बताई थी और न ही मतगणना की तारीख की घोषणा की थी, बावजूद इसके अमित मालवीय ने ट्वीट कर चुनाव तारीख की घोषणा कर डाली।
जैसे ही अमित मालवीय ने ट्वीट किया, उसी दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्टर ने चुनाव आयुक्त से सवाल पूछ लिया कि अभी तक आपने घोषणा नहीं की है, लेकिन बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज ने चुनाव की तारीख बता दी है. इस पर चनाव आयुक्त ने कहा कि यह गंभीर मामला है और हम इसकी जांच करेंगे. चुनाव आयुक्त ने कहा है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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