5G स्पेक्ट्रम नीलामी की तैयारी शुरू हो गई है. सरकार ने साफ कर दिया है कि इस साल जुलाई के अंत तक नीलामी की प्रक्रिया हो जाएगी. स्पेक्ट्रम नीलामी में टेलीकॉम कंपनियों को अलगे 20 साल के लिए 5G स्पेक्ट्रम मिलेगा. इसकी बदौलत टेलीकॉम कंपनियां 5G सर्विस को रोलआउट कर सकेंगी.
आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने साफ किया है कि 5G नेटवर्क की शुरुआत अगस्त-सितंबर में होगी. केंद्रीय मंत्री ने साफ किया है कि इस साल यानी 2022 के अंत तक देश के 20 से 25 शहरों में 5G की सर्विस होगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 जून को हुए एक समिट में अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में 5G डेटा प्राइस दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले कम होगा. भले ही ऑक्शन की प्रक्रिया अलगे महीने शुरू होगी, लेकिन इसका बैकग्राउंड प्रॉसेस पहले से चल रहा था.
इन शहरों में सबसे पहले मिलेगी सर्विस
यूनियन मिनिस्टर ने कन्फर्म किया है कि इस साल के अंत तक देश के 20 से 25 शहरों में 5G सर्विस लाइव होगी. हालांकि, सरकार के हालिया रिलीज में 5G रोलआउट के पहले फेज के लिए 13 शहरों का नाम जारी किया गया है.
देश में सबसे पहले बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, चेन्नई, गांधीनगर, जामनगर, मुंबई, अहमदाबाद और चंडीगढ़ में 5G सर्विस मिलेगी.
कितनी होगी कीमत
PTI के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत में औसत इंटरनेट रेट 2 डॉलर (लगभग 155 रुपये) है, जबकि ग्लोबल एवरेज रेट 25 डॉलर (लगभग 1,900 रुपये) है. उन्होंने कहा कि 5G की कीमत भी इसी लाइन में होगी.
इससे पहले एयरटेल के CTO रणदीप सेखोन ने ऐसा ही कुछ दावा किया था. उन्होंने कहा था कि भारत में 5G सर्विस की कीमत 4G के मुकाबले बहुत ज्यादा नहीं होगी. सेखोन ने कहा था कि हम 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के बाद ही सर्विस की फाइनल कॉस्ट बता सकेंगे.
अगर आप दूसरे मार्केट में देखेंगे, जहां 5G सर्विस मौजूद है. वहां आपको 5G सर्विस के लिए 4G के मुकाबले प्रीमियम प्राइस नहीं देना होता है. केंद्रीय मंत्री ने समिट में कहा कि दुनिया में एवरेज डेटा कंजम्प्शन 11GB है. वहीं भारत में औसत डेटा कंजम्प्शन 18GB है.
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