जयपुर. राज्यसभा चुनावों के तत्काल बाद गहलोत कैबिनेट एवं मंत्रपरिषद की शनिवार को पहली बैठक (Cabinet and council of ministers meeting) हुई. मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने मंत्रियों की जमकर क्लास ली. सीएम गहलोत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में उन्होंने मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे जनता के बीच जाएं और अपने दरवाजे खुले रखें. सीएम गहलोत ने करीब आधे घंटे मंत्रियों की क्लास ली और उन्हें खरी-खोटी सुनाई. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि मंत्रियों की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा बनती है कि वे जनता के बीच जाएं और सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं.
उन्होंने कहा कि अधिकारी यदि इस काम में रोड़ा अटकाते हैं तो उन पर कार्रवाई करें. अगर अधिकारी नहीं मानते हैं तो मुझे बताएं. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा है कि वे अपने डिपार्टमेंट में तो काम करें ही दूसरे विभागों पर भी वॉच रखें. ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट के मुद्दे पर भी कैबिनेट में चर्चा हुई और मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को उनका वादा याद दिलाया. वहीं बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर भी लगी. बैठक के बाद मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और ममता भूपेश ने प्रेसवार्ता कर कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी.
कैबिनेट में हुए ये हुये अहम निर्णय
– राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी के रूप में फिनिशिंग स्कूल की स्थापना होगी.
– भूतपूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के नाम पर भरतपुर के मेडिकल कॉलेज और स्कूल का नामकरण होगा.
– कृषि मण्डी क्षेत्रों का सुदृढ़ीकरण होगा.
– 1000 मेगावाट सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए जैसलमेर में 2397.54 हैक्टेयर भूमि का आवंटन किया जायेगा.
– प्रदेश में मेडि-टूरिज्म को बढ़ावा दिया जायेगा. नाथद्वारा में वेलनेस सेंटर संचालित होगा.
– सामान्य प्रावधायी निधि नियम- 2021 में संशोधन होगा.
– सभी राज्य कर्मचारी जीपीएफ की परिधि में आएंगे.
ब्यूरोक्रेसी पर भी अब नकेल कसी जायेगी
उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम की ओर से मंत्रियों की ली गई क्लास का असर जल्द नजर आयेगा. आमजन के काम में तेजी आयेगी. वहीं बेलगाम हो रही ब्यूरोक्रेसी पर भी अब नकेल कसी जायेगी. बीते कई महीनों से मंत्रियों और आला अधिकारियों के बीच अनबन की कई घटनायें सामने आई हैं. इसके चलते कई बार आमजन के काम प्रभावित हुये हैं.
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