संविलियन की मांग को लेकर आज पुरे राज्य भर में जिला मुख्यालयों में शिक्षाकर्मियों ने ज्ञापन सौपा। शिक्षाकर्मी काफी समय से संविलियन की मांग क्र रहे है इस सम्बन्ध में एक कमिटी भी बनाई गयी थी जिसे ३ महीने में अपनी रिपोर्ट सौपनी थी लेकिन समय से काम पूरा नहीं हो पाया इसलिए एक महीना कार्यकाल बढ़ाया गया है। मुख्यसचिव की अध्यक्षता में बनी इस कमिटी ने 16 मार्च को शिक्षाकर्मियों को चर्चा के लिए बुलाया था लेकिन सिर्फ 6 लोगों से बात करके उन्होंने फिर चर्चा करने की बात कहते हुए मीटिंग समाप्त कर दी। उसके बाद ही शिक्षाकर्मियों ने 3 अप्रैल से होने वाले केंद्रीय मूल्यांकन के बहिष्कार की घोषणा की थी। इसी सम्बन्ध में सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपा गया।
बालोद- शिक्षक पँ ननि मोर्चा जिला बालोद के जिला संचालक जितेंद्र शर्मा, दिलीप साहू, रूपेंद्र सिन्हा के नेतृत्व में 2अप्रैल तक संविलियन की घोषणा ना होने पर 3 अप्रैल से बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने सबंधी ज्ञापन कलेक्टर की अनुपस्थिति में अपर कलेक्टर तनूजा सलाम को सौंपा गया। जिला सञ्चालक जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस आशय का एक ज्ञापन मूल्यांकन केंद्र प्रभारी को भी सचिव माध्यमिक शिक्षामंडल के नाम पर सौंप कर शिक्षाकर्मियों की मांग से अवगत कराया गया। हाई पावर कमेटी के बढ़े हुए कार्यकाल का भी अब समाप्त होने की पारी आ गई है और अब तक यह कमेटी अपनी रिपोर्ट नही सौंप पाई है। जबकि मप्र में संविलियन को घोषणा हो चुकी है। श्री शर्मा ने आगे कहा कि सरकार की बात पर भरोसा करके हमने आंदोलन स्थगित किया था परंतु अब तक संविलियन की घोषणा ना होने से निराश है जिससे आक्रोशित होकर अब मूल्यांकन का बहिष्कार करने जा रहे हैं। दिलीप साहू जिला सञ्चालक ने कहा कि जिले के समस्त शिक्षाकर्मी बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन का बहिष्कार करेंगे। आने वाले समय मे स्थानीय परीक्षा का भी विरोध कर सकते हैं। आज ज्ञापन सौंपने वालो में जिला संचालकों के साथ प्रदीप साहू, अलेन्द्र यादव, अश्वनी सिन्हा, आर के खरांशु, मधुमाला कौशल, चुरेन्द्र, संदीप दुबे, पवन कुम्भकार आदि सम्मलित थे।
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