तेज आंधी के कारण ग्राम पेंडारी के पास 90 फीट ऊंचा ईएचटी (अति उच्च दाब) टाॅवर गिर गया। इससे 33 केवी के दर्जनभर सब स्टेशन में बिजली सप्लाई बंद हो गई। इसके कारण रतनपुर, कोटा क्षेत्र समेत लगभग 70 गांवों में बिजली गुल हो गई। शुक्रवार की शाम 6:30 बजे थे। बिलासपुर-तखतपुर मार्ग पर पेंडारी के पास आंधी से भारी भरकम बिजली टावर उखड़कर जमीन पर धराशाई हो गया। इसके बूते पर 70 गांव की बिजली व्यवस्था टिकी थी।
हाईटेंशन तार जब सड़कों पर आया, लोगों की भीड़ जुटने लगी और अधिकारियों को इसकी सूचना पहुंची। ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे वह भी चंद घंटों के लिए। उन्होंने टाॅवर देखा और इसे सुबह सुधार होने की बात कहकर निकल गए। इस टाॅवर से कोटा बेलगहना की 132 केवी की लाइन गुजरी है। लोगों को अभी तक यह समझ नहीं आ रहा है कि क्या हो गया है। गंभीर बात यह है कि न तो यहां ट्रांसमिशन डिपार्टमेंट के अधिकारी हैं और न ही डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट के।
ये है जिम्मेदार अधिकारी
बिजली के इस पावर के टाॅवर की जिम्मेदारी ट्रांसमिशन डिपार्टमेंट की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस डिपार्टमेंट के जिम्मेदार अधिकारी अधीक्षण यंत्री वीरेंद्र दीक्षित मौके पर पहुंचे ही नहीं थे। अधिकारियों से पूछ रहे थे कि उनका आना जरूरी है क्या, सुबह काम नहीं चल जाएगा। कर्मचारी खेत पर बैठे रहे।
ये सब स्टेशन बंद
पावर के इस टाॅवर के उखड़ कर जमीन पर गिरने से कोटा, बेलगहना, टेंगनमाडा, केंदा सब स्टेशन पूरी तरह बंद हो गए। इसी का असर रहा कि रतनपुर कोटा सहित कई गांवों की बिजली रात भर गुल रही। अधिकारियों का दावा है कि जब तक टावर नहीं सुधरेगा तब तक इस क्षेत्र में 70 गांव की बिजली बंद रहेगी।
नया टावर खड़ा करेंगे
बिलासपुर तखतपुर मार्ग पर जिस जगह टाॅवर गिरने की घटना हुई है उसके पास ही ट्रांसमिशन डिपार्टमेंट के अधिकारी नया टाॅवर खड़ा करने की बात कह रहे हैं। ट्रांसमिशन डिपार्टमेंट के ईई मिथिलेश दुबे का कहना है कि शनिवार को सुबह से इसके लिए काम शुरू हो जाएगा।
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