आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लग गया है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं- पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलय सूर्य ग्रहण। यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह ग्रहण वैशाख अमावस्या की तिथि पर मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगा है। यह सूर्य ग्रहण आंशिक होने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा, ऐसे में भारत में इसका सूतककाल मान्य नहीं होगा। सूतक काल मान्य नहीं होने के कारण किसी भी तरह धार्मिक कार्यों में कोई भी रुकावटें नहीं रहेगी। भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू हो गया है, यह सुबह 4 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। इस सूर्य ग्रहण के बाद दूसरा सूर्य ग्रहण इस साल 25 अक्तूबर को लगेगा।
सूर्य ग्रहण खत्म, अब जरूर करें ये उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद तुलसी के पौधे में गंगाजल का छिड़काव करें।
- ग्रहण खत्म होने के बाद ही गर्भवती महिला को तुरंत स्नान करना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर में और घर के पूजा स्थल में गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें।
- सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद तिल, चने की दाल का दान अवश्य करें।
- ग्रहण खत्म होने के बाद अपने आराध्य देव के दर्शन अवश्य करें।
- सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद परिवार सहित भगवान श्रीहरि विष्णु और माता तुलसी के नामों और मंत्रों का जाप करें।
14 साल बाद बनेगा ऐसा शुभ संयोग
आज से पहले वैशाख महीने में तीन साल पहले 2019 में शनि अमावस्या का संयोग बना था और अब 14 साल बाद 2036 में ऐसा संयोग बनेगा। अमावस्या के दिन पितरों के लिए श्राद्ध कर्म भी किए जाते हैं। इससे पितरों की आत्मा तृप्त होती है और वे अपने परिवार और सगे संबंधी को सुखमय जीवन का आशीर्वाद देते हैं।
सूर्य ग्रहण के बाद करें ये उपाय, घर में लक्ष्मी का होगा वास
सूर्यग्रहण की समाप्ति के बाद लोंगों को स्नान करना चाहिए। उसके बाद मां लक्ष्मी को लाल रंग का पुष्प अर्पित कर उनकी पूजा करें। इसके बाद घर-परिवार में कृपा करने की प्रार्थना करें। मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन की कमी नहीं होगी। एक कमल का फूल लेकर उस पर कुमकुम लगाकर बहते पानी में प्रवाहित करें। साथ ही अपने आराध्य देव से यह प्रार्थना करें कि इस फूल के साथ घर-परिवार के सभी दुख, दर्द, संकट और दरिद्रता भी दूर हो जाए, घर में देवी मां लक्ष्मी का वास हो। इसके साथ ही एक कटोरी आटा, एक कटोरी चावल, एक कटोरी काली उड़द की दाल और कुछ पैसे अपने हाथ में लेकर ईश्वर का ध्यान करते हुए प्रार्थना करें कि हे प्रभु सूर्यग्रहण के अशुभ फल हमारे घर-परिवार को कभी ना सताएं।
Add Comment