जगदलपुर। नगरनार स्टील प्लांट की स्थापना के साथ समूचे बस्तर में औद्योगिकीकरण की ठोस शुरूआत हो जाएगी और समूचे बस्तर में कई उद्योग धंधों के लिए हजारों कुशल कामगारों की आवश्यकता होगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए बस्तर में दक्षता प्रदान करने के लिये एक टेक्निकल कॉलेज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है, जो अंचल में फैले सैकड़ों छोटे-छोटे यांत्रिकी प्रतिष्ठानों सहित विभिन्न तकनीकी कार्य करने वाले गैरेजों को कुशल कामगार उपलब्ध करा सकें।
अभी वर्तमान में बस्तर संभाग के मात्र तीन जिलों में ही अंशकालीन डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अंतर्गत अकुशल कामगारों को कुशल कामगार के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। जिससे पर्याप्त मात्रा में कुशल कामगार नहीं मिल पा रहे है।
उल्लेखनीय है कि अंशकालीन डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अंतर्गत इलेक्ट्रिकल, मेकेनिकल एवं सिविल शाखा में ही अंशकालीन शाम को क्लास लगाकर मात्र गिनती के तीन-चार घंटे की कक्षा लगा कर अध्ययन कराया जाता है। जबकि विकास का चक्र बस्तर मेें जिस तेजी से चल रहा है उससे उच्च शिक्षा प्राप्त कुशल कामगारों की आवश्यकता लगातार बनी हुई है। नगरनार इस्पात सयंत्र के शुरू होते ही उससे लगे सहायक उद्योगों की बाढ़ बस्तर में आ सकती है। इन स्थापित होने वाले सहायक उद्योगों को भी कुशल कामगारों की आवश्यकता होगी जिसके लिए बस्तर के लोगों को यहीं पर रोजगार प्रदान करने टेक्निकल कॉलेज की स्थापना मील का पत्थर साबित होगी।
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