गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहक्षेत्र गोरखपुर में 25 अप्रैल 2022 की रात तिहरे हत्याकांड की लोमहर्षक घटना घटी। यहां एकतरफा प्यार में सिरफिरे आशिक आलोक पासवान ने युवती और उसके माता-पिता की नृशंस हत्या कर दी।
सिरफिरे आशिक ने वारदात उस समय की जब युवती अपने माता पिता के साथ चचेरी बहन की शादी में आयोजित मड़कोटवा कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। घटना 25 अप्रैल 2022 सोमवार की रात करीब नौ बजे की है।
यह है पूरा मामला
गोरखपुर जिले के खोराबार के रायगंज निवासी 45 वर्षीय गामा निषाद विदेश में रहते थे। चार महीने पहले वह घर आए और गांव से एक किलोमीटर दूर स्थित बंगला चौराहे पर मकान बनवाकर वहीं पर पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे।
गामा के छोटे भाई रामा की बेटी की शादी 27 अप्रैल 2022 को होनी है। सोमवार की रात में मटकोड़वा का कार्यक्रम का आयोजन था। गामा अपने नए मकान से 38 वर्षीय पत्नी संजू और 20 वर्र्षीय बेटी प्रीति के साथ पैदल जा रहे थे। रास्ते में घात लगाकर बैठे आलोक पासवान ने प्रीति को देखते ही प्यार का इजहार कर दिया।
प्रीति के इनकार करते ही आलोक ने धारदार हथियार से उसके सिर पर हमला कर दिया। वार इतना तेज था कि उसका सिर बीच से दो हिस्सों में बंट गया। यह देख पिता गामा और मां संजू दौड़े तो सिरफिरे ने उनके भी सिर पर भी हमला कर दिया। हमले में मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। सुनसान जगह पर वारदात होते किसी ने नहीं देखी। थोड़ी देर बाद आरोपी ने खुद पुलिस को फोन कर हत्या की सूचना दी।
घटना की जानकारी होने पर एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी जे. रविंद्र गौड़, एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घटन को लेकर गांव में तनाव व्याप्त है। मृतक गामा के भतीते केशव ने आलोक पासवान के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया है।
मिशन शक्ति योजना पर उठे सवाल
गोरखपुर में सिरफिरे आशिक द्वारा की गयी युवती और उसके माता-पिता की हत्या की घटना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन शक्ति योजना पर सवाल खड़े कर दिये हैं। एक ओर यूपी की सरकार महिलाओं का यौन उत्पीडऩ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को सक्रिय कर रखा है। वहीं दूसरी ओर मनचले सरेआम युवतियों का राह चलना दूभर कर दिया है। गोरखपुर की घटना इसका जीवंत उदाहरण है।
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