देर रात से तेज गर्जना, कड़कड़ाती बिजली चमकने व आसमान पर बादल वाला मौसम होने के साथ अंचल में बेमौसम बारिश हो रही है। मौसम बदलने और बारिश होने से लोगों को भारी गर्मी व उमस से काफी हद तक राहत मिली है, लेकिन खराब मौसम ने रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों की धड़कने तेज कर दी है, क्योंकि उनके खेतों में रबी धान फसल पककर तैयार है।कटाई-मिंजाई जारी है। वहीं शादी के उत्साह में बारिश बेमौसम ने पानी फेर दिया है।
21 अप्रैल को रात से मौसम में अचानक बदलाव हुआ। बादल वाला मौसम बनने के साथ कड़कड़ाती बिजली व ठंडी हवा का दौर शुरू हो गया, जो देर रात तक जारी रहा। तेज गर्जना के साथ हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया, जो रुक-रुक कर होती रही। 22 अप्रैल की अलसुबह से बाहरी गर्जना, बिजली की कड़कड़ाहट और ठंडी हवा के साथ बेमौसम बारिश होने लगा। बारिश से मौसम के तापमान में गिरावट आई है। सुबह सात बजे तक 27 डिग्री सेल्सियस अधिकतम बना रहा। जबकि अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान में पांच से सात डिग्री कम है।
बारिश होने से वातावरण पूरी तरह से ठंडी हो गई है। लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली है। घरों में पंखा व कूलर बंद है। ठंडी हवा व बारिश के चलते लोगों को ठंड का अहसास शुरू हो गया है। बारिश व खराब मौसम के चलते लोग सुबह तक घरों में दुबके हुए है, लेकिन सुबह 7.10 बजे बारिश थमते ही गीली जमीन तेजी से सूखने लगा है। वहीं गलियों में लोगों की आवाजाही शुरू हुई। बेमौसम बारिश ने इन दिनों शहर व गांवों में जारी शादी के उत्साह में पानी फेर दिया है। जिन लोगों के घरों में शादी कार्यक्रम आयोजित है, वहां बेमौसम बारिश होने की वजह से पंडाल, जमीन गीली हो गई है। ऐसे में आयोजक परिवारों की परेशानी बढ़ गई है।
रबी धान फसल पर खतरा
रबी सीजन में जिले के किसानों ने करीब 65000 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर धान फसल लिया है, जो इन दिनों उनके खेतों में पक कर तैयार हो रही है। कुछ किसान पहले से धान फसल लगाई है, वे इन दिनों कटाई-मिंजाई कर रहे हैं। अधिकांश किसानों के खेतों पर रबी धान फसल तैयार हो रही है, लेकिन मौसम में अचानक बदलाव आने और बेमौसम बारिश होने से अब उनके धान फसल पर खतरा मंडराने लगा है।
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