नई दिल्ली: सरकारी स्मॉल सेविंग योजना कैटेगरी में सुकन्या समृद्धि योजना एक पॉपुलर बचत योजना है। अगर आपके घर में 10 साल से कम उम्र की बिटिया है, तो उसके नाम पर अकाउंट ओपन करवा सकते हैं और इस योजना का आसानी से लाभ ले सकते है।
केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े 5 बड़े बदलाव किए है। बदलाव के बाद इस योजना में निवेश को और आसान बना दिया गया है। ये बेहतर मौका है, उन अभिभावकों के लिए जिनके घर में 10 साल से कम उम्र की बिटिया है। यहां जानें बड़े बदलाव
1. अब अकाउंट नहीं किया जाएगा डिफॉल्ट
सुकन्या समृद्धि योजना की बात करें तो हर साल कम से कम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा करने का प्रावधान दिया जा चुका।है। पहले न्यूनतम राशि जमा नहीं कराने की बात करें तो अकाउंट डिफॉल्ट होना शुरू हो जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। अब अकाउंट को दोबारा एक्टिव नहीं कराने के बाद मैच्योर होने तक खाते में जमा राशि पर लागू दर से ब्याज दिया जाता है।
2. अब 18 साल की उम्र में लड़की कर सकते हैं अकाउंट ऑपरेट
पहले के नियम की बात करें तो मुताबिक बेटी की उम्र 10 साल पूरी होने के साथ वह खुद अपने अकाउंट को ऑपरेट कर फायदा ले सकती है। लेकिन अब बेटी की उम्र 18 साल पूरी होने पर ही ऑपरेट करने का अधिकार मिलना शुरू हो जाता है। इससे पहले बेटी के अभिभावक इस अकाउंट को ऑपरेट करने की बाद फायदा ले सकते हैं।
3. तीसरी बेटी की बात करें तो अकाउंट पर भी टैक्स छूट
पहले इस योजना में देखा जाए तो दो बेटियों के खाते पर 80C के तहत टैक्स छूट का प्रावधान मिलना शुरू हो गया था। तीसरी बेटी को लेकर यह फायदा नहीं मिला था।लेकिन अब अगर बात करें तो एक बेटी के बाद दो जुड़वां बेटियां मौजूद हैं, तो इन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान हो गया है।
4. समय पर दिया जाता है ब्याज
नए नियमों की बात करें तो तहत खाते में गलत ब्याज डालने पर उसे वापस पलटने के प्रावधान को हटाने के पहल हुई है। इसके अलावा खाते का सालाना ब्याज हर वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट कर दिया जाता है।
5.अब अकाउंट बंद हुआ आसान
सुकन्या समृद्धि योजना की बात करें तो अकाउंट को पहले बेटी के गुजर जाने या उसका पता बदलने पर बंद करने का फायदा लिया जा सकता है। लेकिन अब अगर अकाउंट होल्डर्स को जानलेवा बीमारी ही जाती है तो भी अकाउंट को बंद करवाकर फायदा ले सकते हैं। अगर अभिभावक का निधन हो जाता है तो अकाउंट मैच्योरिटी से पहले बंद करवाने का फायदा मिल सकता है।
कब मेच्योर होती है सुकन्या समृद्धि योजना स्कीम?
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा की गई राशि बच्ची की उम्र 21 साल होने पर मेच्योर हो जाती है। यानी आप 21 साल बाद पैसे की निकासी कर सकते हैं। हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं।
कहां खुलता है खाता
सुकन्या समृद्धि योजना की बात करें तो आवेदक अपनी बेटी के नाम के साथ किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस (Post Office) में खाता खुलवाने के लिए मान्य है।सुकन्या समृद्धि योजना के मुताबिक आप अपने बिटिया के नाम कम से कम 250 रुपये की राशि से खाता खुलवाकर फायदा ले सकते हैं। जबकि इस योजना में अधिकतम 1.5 लाख रुपये सालाना जमा किया जा सकता है।
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