विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में एक नवजात की कथित तौर पर इलाज में देरी से मौत हो गई। बच्चे के माता-पिता ने इलाज में देरी के लिए मंत्री के काफिले के गुजरने के लिए पुलिस के रास्ता रोकने को बताया है।
गणेश और इरक्का ने कहा है कि वो बच्चे को ऑटो में लेकर अस्पताल जा रहे थे तो पुलिस ने मंत्री के लिए रास्ता जाम कर दिया, जिससे बच्चे की जान चली गई।
जानकारी के मुताबिक, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री उषा के विजय काफिले के लिए यातायात को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की गई थी। जिससे कल्याणदुर्ग के चेर्लोपल्ली गांव की सात महीने की बच्ची को अस्तपाल नहीं ले जाया सका और उसकी मौत हो गई। घटना शुक्रवार देर शाम की है।
गणेश और उनकी पत्नी ईरक्का का कहना है कि वो शुक्रवार शाम अपने बच्चे पांडु को कल्याणदुर्ग टाउन के आरडीटी अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनके ऑटोरिक्शा को रोक दिया और वे किसी अन्य तरीके से लड़की को ले जाने के लिए कहा गया। किसी तरह से बच्चे को दोपहिया पर वो अस्पताल ले जाया गए लेकिन तब तक उसे बचाने में बहुत देर हो चुकी थी
विपक्ष ने उठाए सवाल
बच्ची की मौत से खफा परिवार के सदस्य सड़कों पर धरने पर बैठ गए और पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। घटना को लेकर आंध्र प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी तेलुगु देशम पार्टी के नेता कलावा श्रीनिवासुलु ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने इसे एक अमानवीय घटना बताते हुए इसकी जांच की मांग की है।
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