खम्भात: रामनवमी के दिन शोभायात्रा पर हुए हमले में बाद गुजरात के खंभात इलाके में बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान गैरकानूनी रूप से बनी कई दुकानें तोड़ी गईं। इससे पहले खरगोन में भी हिंसा के आरोपियों की अवैध संपत्तियों को प्रशासन ने गिरा दिया।
जानकारी के मुताबिक, हिंसा के आरोपियो की प्रॉपर्टी भी गैर कानूनी होने की जानकारी प्रशासन को मिली है। अगर ये गैरकानूनी पाई जाती है तो उसे भी तोड़ा जाएगा। इससे पहले मध्यप्रदेश के खरगोन में भी हिंसा के आरोपियों और पत्थरबाजों की अवैध संपत्तियों को प्रशासन ने गिरा दिया था।
बता दें कि रामनवमी पर गुजरात के आनंद जिले में हिंसा भड़क गई थी। खंभात इलाके में भड़की हिंसा पर एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि रामनवमी की शोभा यात्रा पर हमले की सुनियोजित साजिश रची गई थी।
पुलिस ने कहा है कि जुलूस पर पथराव के लिए बाहर से लड़कों को खंभात में लाया गया था। पुलिस ने किया ये बड़ा खुलासाउन लड़कों को भरोसा दिया गया था कि अगर वे पकड़े जाते हैं तो उन्हें हर तरह की कानूनी और आर्थिक मदद दी जाएगी। पुलिस ने कहा है कि साजिश रचने वालों ने कब्रिस्तानों के पास खड़े होकर जुलूस पर पथराव करने का फैसला पहले ही कर लिया था. इसकी वजह ये थी कि कब्रिस्तानों में पत्थर आसानी से मिल सकते हैं।
गौरतलब है कि रामनवमी पर खंभात के अलावा मध्यप्रदेश के खरगोन में भी हिंसा भड़क गई थी, लेकिन प्रशासन ने दंगे के कई आरोपियों पर जबरदस्त कार्रवाई की। खरगोन के डीआईजी तिलक सिंह के मुताबिक पूरे मामले में 84 लोगों को हिरासत में लिया गया। असके अलावा आरोपियों के 45 मकान और दुकान पर कार्रवाई हुई। इनमे 16 मकान और 29 दुकानों को तोड़ा गया।
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