शिक्षाकर्मियों का प्रमोशन: ग्रंथपाल संघ ने जताया विरोध, शिक्षाकर्मी संघ ने कहा जायज मांग

रायपुर। शिक्षाकर्मी वर्ग-3 को पदोन्नत करके ग्रंथपाल बनाए जाने का विरोध शुरु हो गया है। ग्रंथपाल संघ ने इसका विरोध किया है। वहीं शिक्षाकर्मी संघों का कहना है कि यह हमारा हक है और हमें मिलना चाहिए। अगर इस जायज मांग का कोई विरोध करेंगा तो हम उसका विरोध करेंगे।
दो दिन पहले पंचायत विभाग के संचालक तारण प्रकाश सिन्हा ने आदेश जारी किया था कि बी. लीड की योग्यता रखने वाले शिक्षाकर्मियों को पदोन्नत करने ग्रंथपाल के पद पर प्रमोशन मिलेगा। छत्तीसगढ़ पुस्तकालय और विज्ञान उपाधिधारी संघ का कहना है हम इसका विरोध करते हैं। संघ के कोषाध्यक्ष रमाकांत कश्यप के मुताबिक राज्य सरकार ने 2014 में ग्रंथपाल के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पर रोक लगाई थी। इससे पहले धमतरी में 23 पदों पर भर्ती हुई थी। 780 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था, लेकिन आज तक भर्ती नहीं हुई। अब शिक्षाकर्मियों को प्रमोशन दिया जा रहा है, जो अनुचित है। इस संबंध में शिक्षकर्मी संघ के वीरेन्द्र दुबे का कहना है कि सालों से शिक्षाकर्मी कार्य कर रहे हैं उनका हक बनता है उन्हें प्रमोशन मिलना भी चाहिए। अगर कोई इस प्रमोशन का विरोध करता है तो हम उसका विरोध करेंगे। शिक्षक पंचायत संघ के प्रांताध्यक्ष चंद्रदेव राय ने कहा कि राज्य में हजारों स्कूलों में लाइब्रेरी में रखी पुस्तकें धूल खा रही है। पद खाली पड़े हैं। ऐसे में अगर शिक्षाकर्मियों को ग्रंथपाल के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है तो क्या गलत है। हमारी मांग जायज थी जिस पर सरकार ने निर्णय लिया है।