रायपुर। डीएमई छत्तीसगढ़ के द्वारा मेडिकल पीजी काउंसलिंग के दौरान एमसीआई और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन किये जाने का आरोप लगाते हुए एमईडीई विजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को डीएमई ऑफिस का घेराव करते हुए उग्र प्रदर्शन किया।
छात्रों के उग्र प्रदर्शन से मजबूर होकर डीएमई को छात्रों से वार्ता करने के लिए खुद बाहर आना पड़ा, जिसके बाद सभी छात्रों के समक्ष विद्यार्थी परिषद् ने अपनी मांगें रखी तथा ष्ठरूश्व को 10 सूत्रीय ज्ञापन दिया।
सौंपे गए ज्ञापन में छत्तीसगढ़ कोटे की पीजी सीटों को यहां से पढ़ाई करने वाले छात्रों को ही आवंटित की जाएं, दूरवर्ती तथा दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे चिकित्सकों को माननीय उच्चतम न्यायलय के निर्देशानुसार बोनस अंक प्रदान किया जाए, दूरवर्ती तथा दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे चिकित्सकों का अनुभव 31 मार्च तक जोड़ा जाये, एमडीएस के पाठ्यक्रम में नामांकन हेतु डीसीआई के द्वारा संशोधित की गई पर्सेंटाइल वाले नियम को छत्तीसगढ़ में भी लागू किये जाने जैसी मांगें शामिल है। परिषद के छात्र नेताओं ने कहा कि अगर उपरोक्त मांगें समय पर पूर्ण नहीं की जाती है तो विद्यार्थी परिषद् चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी, आवश्यकता पडऩे पर उच्च न्यायलय में भी याचिका दायर करेगी।
इस मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री सन्नी केसरी, एमईडीई विजन अभाविप के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ.सौरभ कुमार प्रभात, एमईडीई विजन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य निलय तिवारी, अभाविप के विभाग संयोजक देवेंद्र नेताम, विभाग सह संयोजक विकास मित्तल, यमंक साहू , विनय साहू, विभोर ठाकुर, अमन ठाकुर,आकाश शर्मा, अखिलेश त्रिपाठी, ऋषभ ओगरे, रजत राजपूत, अमन यादव, प्रवीण साहू आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
यह भी देखे – MATS University में गुंडागर्दी, नशाखोरी से छात्र परेशान, ABVP ने किया प्रदर्शन, देखें वीडियो
Add Comment