भारत और चीन ने 11 मार्च को 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता की थी. पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले कुछ स्थानों पर 22 महीने से जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए यह वार्ता की गई थी. इस बैठक को लेकर अब भारतीय सेना ने अपना बयान जारी किया है.
सेना ने बताया कि दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में LAC के साथ प्रासंगिक मुद्दों के समाधान के लिए 12 जनवरी को आयोजित 14वें दौर की अपनी चर्चा को आगे बढ़ाया. इस बैठक में भारत और चीनी पक्ष ने बाकी बचे स्थानों पर गतिरोध को जल्द समाप्त करने के लिए विचारों का विस्तार से आदान-प्रदान किया.
15वें दौर की कोर-कमांडर स्तर की वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारतीय हिस्से में चुशुल-मोल्दो ‘बार्डर प्वाइंट’ पर हुई थी. सेना ने कहा कि चीन जल्द से जल्द बाकी बचे मुद्दों के स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक चैनलों के जरिए बातचीत को बनाए रखने पर सहमत हुआ है.
भारतीय सेना ने आगे बताया कि चीनी पक्ष ने पुष्टि की है कि इस तरह के प्रस्ताव से पश्चिमी क्षेत्र में LAC पर शांति बहाल करने और द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी. दोनों पक्ष अंतरिम रूप से पश्चिमी क्षेत्र में ग्राउंड की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर भी सहमत हुए हैं.
Add Comment