जबलपुर के गोसलपुर में रेत व्यवसायी के दिव्यांग बेटे राहुल सिंह के अपहरण और हत्या के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. तीन आरोपियों ने महज 300 रुपये के लेन-देन पर जघन्य कांड कर डाला. उसकी चाकू और रॉड मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वारदात को अंजाम देने के पहले आरोपियों ने राहुल के साथ बैठकर शराब भी पी थी.
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि गोसलपुर शंकर कॉलोनी में रहने वाले रेत व्यापारी मलखान सिंह के इकलौते दिव्यांग बेटे राहुल सिंह के अपहरण, फिरौती और हत्या के मामले में 300 रुपए का मामूली विवाद सामने आया है.
पुलिस पिछले एक सप्ताह से जिसे अपहरण और फिरौती के लिए हत्या का मामला मान रही थी, उससे जुड़े तीन आरोपियों के पकड़े जाने के बाद यह खुलासा हुआ कि विवाद महज 300 रुपए की उधारी के लेनदेन का था. आरोपियों में से एक ने राहुल के मोबाइल से उसके पिता को फोन करके 15 लाख रुपए फिरौती मांगी और इसके बाद चाकू और रॉड से कई हमले करके उसकी हत्या कर दी. आरोपियों ने पुलिस और परिजनों को गुमराह करने के लिए फिरौती मांगने की बात की थी.
15 लाख मांगी थी फिरौती
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के अनुसार 2 मार्च की रात करीब 11 बजे शंकर कॉलोनी गोसलपुर निवासी मलखान सिंह ने सूचना दी थी कि अज्ञात लोगों ने उसके बेटे राहुल सिंह का अपहरण करने के बाद 15 लाख की फिरौती मांगी है.बहुगुणा ने बताया कि सूचना मिलते हो एपनी प्रामीण शिवेश सिंह बघेल, गोपाल खांडेल, सीएसरी गोहलपुर अखिलेश गौर, सीएसरी केट भावना मरावी, एसडीओपी सिहोरा प्रभात शुक्ला के साथ अलग-अलग टीमों गंभीरता से जाँच शुरू कर दी थी.
लेकिन न दोबारा फिरौती के लिए फोन आया और न ही राहुल का पता चला. 8 मार्च को बकरी चराने गए धर्मपुरा निवासी प्रशांत कोरी ने भटिया झिना के पास एक खदान में नरकंकाल पड़े होने की सूचना दी थी. शव की पहचान राहुल उर्फ गोलू सिंह के रूप में की गई थी.
सीसीटीवी से आरोपियों की पहचान
एसपी बहुगुणा के अनुसार 2 मार्च से ही क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा था. 2 मार्च की शाम राहुल शंकर कॉलोनी निवासी सुनील चौधरी, सुनील तिवारी एवं छोटेलाल उर्फ विजय रजक के साथ बाजार के पास घूमता हुआ देखा गया था. पुलिस टीम तीनों पर लगातार नजर बनाए हुए थी.
श्री बहुगुणा के अनुसार फुटेज में आरोपियों का मूवमेंट उस जगह पर मिल रहा ने था, जहाँ राहुल का शव मिला था. इसी आधार तो पर तीनों को दोबारा हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने राहुल की हत्या करना कबूल कर लिया.
पहले बैठकर पी थी शराब
एसपी बहुगुणा के अनुसार आरोपी सुनील चौधरी, सुनील तिवारी व छोटेलाल उर्फ विजय रजक ने पूछताछ में बताया कि उनका राहुल से उधारी के 300 रुपए के लेनदेन को लेकर मनमुटाव चल रहा था. इसी बात को लेकर 2 मार्च की शाम 7 बजे वे लोग राहुल को शराब पिलाने के बहाने पहले आंगनबाड़ी केन्द्र ले गए और इसके बाद चारों ने शासकीय स्कूल के चबूतरे में दोबारा शराब पी.
इसी दौरान पैसों के लेन-देन का जिक्र छेड़कर तीनों ने राहुल के मोबाइल से उसके पिता को फोन करके 15 लाख रुपए मांगे और उसका मोबाइल बंद कर दिया. तीनों राहुल को नशे की हालत में पकड़कर धरमपुरा भटिया झिन्ना नरवा के पास ले गए, जहां रॉड व चाकू से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त चाकू व रॉड जब्त कर लिया गया है. राहुल के मोबाइल की तलाश के लिए तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.
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