गोवा विधानसभा चुनाव में ताजा रुझान के अनुसार बीजेपी (BJP) बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है. 40 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी एक सीट पर जीत हासिल कर चुकी है और 18 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि 1 सीट पर जीत हासिल की है और 10 पर आगे चल रही है.
वहीं, आप दो सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, लेकिन टीएमसी (TMC) एक भी सीट पर बढ़त बनाए हुए नहीं है, जबकि टीएमसी की सहयोगी पार्टी महाराष्ट्रवादी गोमंतक तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. गोवा में सरकार गठन करने के लिए 22 सीटों का मैजिक नंबर जरूरी है. ऐसे में ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी. टीएमसी ने महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी.
बीजेपी आज ही राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी. पणजी सीट से बीजेपी के अतानासियो मोनसेराटे ने 710 वोटों से जीत गए हैं. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे और निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल को शिकस्त दी है.
बीजेपी गोवा में बनाएगी सरकार
देश के सबसे छोटे राज्य गोवा की सांकेलिम सीट से मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत लगातार तीसरी बार जीत गए हैं. इसके बाद सावंत ने कहा है कि बीजेपी 20 से ज्यादा सीटें जीत रही है. हम महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं.
BJP will form the government in Goa; We will take MGP and independent candidates with us, says Goa CM and BJP leader Pramod Sawant pic.twitter.com/L7wZLTS5mV
— ANI (@ANI) March 10, 2022
कांग्रेस नेता ने मानी हार, विपक्ष का मिलेगा दर्जा
कांग्रेस नेता माइकल लोबोस ने एएनआई को कहा, “हमने सोचा था कि हम जीतेंगे लेकिन हमें जनादेश को स्वीकार करना होगा. हमें 12 सीटें मिली हैं, बीजेपी को 18 सीटें मिली हैं. हम विपक्ष के तौर पर मजबूती से काम करेंगे. कांग्रेस को लोगों का विश्वास जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.
टीएमसी को मिली करारी हार
पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद ममता बनर्जी ने इस बार तृणमूल के ‘टारगेट दिल्ली’ का ऐलान किया था. बंगाल में तीसरी बार सत्ता में आने के बाद सांसद अभिषेक बंद्योपाध्याय को पार्टी का अखिल भारतीय महासचिव बनाकर बंगाल के बाहर संगठन के विस्तार की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके लिए अभिषेक बनर्जी ने पहले त्रिपुरा में पैर रखा और टीम को गोवा तक फैलाने की कोशिश की थी, लेकिन टीएमसी को करारी हार मिली है. गोवा में पार्टी के आधार को मजबूत करने के लिए ममता बनर्जी खुद एक से अधिक बार गोवा का दौरा कर चुकी हैं, लेकिन इसका भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा.
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