रायपुर: विधानसभा में आज विपक्षी दल के सदस्यों ने सत्ता पक्ष की ही एक कांग्रेस महिला विधायक को सुरक्षा कर्मियो द्वारा नियमों का हवाला देते हुए दोपहिया वाहन से विधानसभा परिसर में प्रवेश हेतु रोके जाने के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष को प्रमुख सचिव को निर्देश देना पड़ा, जिसके बाद विधायक दोपहिया वाहन के साथ विधानसभा परिसर में प्रवेश कर सदन की कार्यवाही में शामिल हुई।
खुज्जी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू बजट सत्र में शामिल होने आज स्कूटी वाहन से विधानसभा पहुंची, लेकिन विधानसभा परिसर के मुख्य गेट पर ही सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें नियमों का हवाला देकर रोक दिया। बताया गया कि विधायक के पास दोपहिया वाहन का निर्धारित पास नहीं था। जिसे लेकर सुरक्षा कर्मियों ने अपनी ड्यूटी ईमानदारी पूर्वक करते हुए विधायक को गेट पर ही रोक लिया और उनसे कहा कि दोपहिया वाहन को बिना पास के अंदर नहीं ले जाया सकता है।
इस पर विधायक श्रीमती साहू नाराज हो गई और वाहन के साथ ही अंदर जाने पर अड़ गई। विधायक कुलदीप जुनेजा ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए विधायक श्रीमती साहू से आग्रह किया कि वे उनके साथ अपनी दुपहिया वाहन छोडक़र अंदर प्रवेश करें और इस संबंध में अपनी बात विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखें। पर विधायक श्रीमती साहू इस बात पर असहमति जताते हुए वहीं खड़ी रही।
इस बीच सुरक्षाकर्मियों और अधिकारियों के साथ प्रतिपक्ष भाजपा के विधायक शिवरतन शर्मा और विधायक सौरभ सिंह की भी सुरक्षा कर्मियों से तीखी बहस चली, लेकिन इसके बाद भी विधायक को वाहन के साथ अंदर आने नहीं दिया गया। इसके बाद भाजपा और जनता कांग्रेस जोगी के सदस्यों ने विधानसभा में प्रश्रकाल शुरू होने से पहले इस घटना को जोरशोर से उठाया।
विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने विधायक श्रीमती साहू को गेट पर रोके जाने को लेकर कहा कि विधानसभा सदस्यों को निर्धारित गेट से आने के लिए पास जारी किए गए हैं। जारी किए गए पास से सदस्यों को निर्धारित गेट से ही अंदर प्रवेश करना है। उन्होंने प्रमुख सचिव को विधायक को रोके जाने के मामले को देखने के निर्देश दिए। जिसके बाद प्रमुख सचिव स्वयं गेट पर जाकर विधायक को अंदर प्रवेश कराया जिसके बाद वह सदन की कार्यवाही में शामिल हुई।
Add Comment