भिलाई नगर निगम ने पावर हाउस बस स्टैंड के पास मदर्स मार्केट का निर्माण किया है। यह एक ऐसा मार्केट होगा जहां केवल महिलाएं ही दुकान संचालन करेंगी। इतना ही नहीं यहां पर आपको एक ही छत के नीचे छत्तीसगढ़ में बने प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे। इन प्रोडक्ट्स की बकायदा यहां ब्रांडिंग होगी और उत्पाद को डिस्प्ले भी किया जाएगा। खास बात ये भी है कि यहां के सामान बाजार की अपेक्षा सस्ते दामों में मिल जाएंगे।
मदर्स मार्केट पूरी तरह से बनकर तैयार है। जल्द ही यहां दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया होने के बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा। मदर्स मार्केट में स्व-सहायता समूहों के उत्पादों प्राथमिकता दी जाएगी। अगर आप इस मार्केट के बारे में जानना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है।
भिलाई नगर निगम इसे राज्य सरकार की योजना सी-मार्ट अवधारणा के आधार पर बना रहा है। यह छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा राज्य के ग्रामीण अथवा शहरी स्व सहायता समूह, शिल्पकारों, काष्ठकारों, मूर्तिकारों, गौठानों व अन्य द्वारा निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य इन उत्पादों को शहरी बाजार से जोड़कर शहरी जन समुदाय तक उचित मूल्य पर उपलब्ध कराना है। जिससे आने वाले 5 सालों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले और नये रोजगार के अवसरों का सृजन हो सके।
कौन संचालित करेगा मदर्स मार्केट
मदर्स मार्केट का संचालन चयनित सेवा प्रदाता जैसे स्व सहायता समूह, को-ऑपरेटिव सोसायटी व युवा उद्यमी करेंगे। संचालनकर्ता का चयन अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित आवश्यक मापदण्डों के आधार पर किया जाएगा।
बिना लाइसेंस नहीं बेच सकेंगे उत्पाद
मदर्स मार्केट में अपने उत्पादों को बेचने के लिए उत्पादनकर्ता को आवश्यक प्रमाण पत्र व लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। यहां बेचे जाने वाले सभी प्रोडक्ट को उसकी श्रेणी के आधार पर आवश्यक विधिक प्रमाण पत्र व लाइसेंस से अधिकृत होने के बाद ही डिस्प्ले किया जायेगा। खाद्य सामग्रियों के लिए एफएसएसएआई, रासायनिक उत्पादों के लिए ड्रग लाइसेंस, ब्यूटी उत्पादों के लिए कॉस्मेटिक लाइसेंस इसी तरह से अन्य उत्पादों के लिए उससे सबंधी लाइसेंस जमा करने के बाद ही उनका पंजीयन मदर्स मार्केट में बिक्री के लिए होगा।
जिला प्रशासन करेगा एक्सपर्ट की नियुक्ति
मदर्स मार्केट का शुरूआती दौर में बेहतर तरीके से संचालन हो सके। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से एक एक्सपर्ट (मैनेजमेंट कंसल्टेंट) व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी। उसे मार्केट को संचालित करने का दायित्व सौंपा जायेगा जो कि अधिकतम 6 माह के लिए होगा। इसके लिए जो भी वित्तीय सहायता की आवश्यकता होगी, वह जिले के डीएमएफ व सीएसआर मद से उपलब्ध कराया जाएगा।
ये उत्पाद मिलेंगे, बाजार से सस्ते दामों में मिलेगा सामान
मदर्स मार्केट में लोगों को स्व सहायता समूह, ग्रामीण औद्योगिक क्षेत्र (गौठानों के उत्पाद), उत्पादक समूह, व्यक्ति मूलक हितग्राही, सहकारी समिति के निर्मित उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। यहां लोगों को चायपत्ती, तेल, घी, आटा, साबुन, बर्तन धोने का साबुन, फिनाइल, दंत मंजन, दाल, दलिया, चावल, अचार, हर्बल प्रोडक्ट, ऑर्गेनिक पेस्टिसाइड और खाद्य सामग्री जैसे, बिस्किट, नमकीन व अन्य चीजें मिलेगीं। यह सभी चीजें बाजार में बिकने वाली दूसरे ब्रांड से सस्ते दरों में बेची जाएंगी।
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