यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर पर मसीहा बना ये गुजराती… सैकड़ों लोगों की कर रहा है मदद…

यूक्रेन में सैकड़ों भारतीय फंसे हैं. उन्हें भारत लाने की कोशिश जारी है. इन सबके बीच एक भारतीय बिजनेसमैन पोलैंड बॉर्डर पर भारतीयों के साथ-साथ यूक्रेन के लोगों की भी मदद कर रहा है. शख्स का नाम अनोश ठक्कर है और वह गुजरात के रहने वाले हैं.
ठक्कर ने अबतक सैकड़ों भारतीयों और यूक्रेन के लोगों को युद्ध क्षेत्र से निकाला है. टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए वह कहते हैं, शुरुआत में मैं अपने फर्म के कर्मचारियों को यूक्रने से निकाल रहा था. यूक्रेन में बिजनेस की वजह से वहां के कई अधिकारियों से मेरे रिश्ते हैं. ऐसे में मैंने निर्णय लिया कि मैं इसकी सहायता से भारतीयों और यूक्रेन के लोगों को युद्ध क्षेत्र से बाहर निकालूंगा.
वह कहते हैं, मैंने सुना कि कीव में रह रहे भारतीय छात्रों के साथ बढ़िया सलूक नहीं हो रहा है. ऐसे मैं और मेरे साथी प्रतीक ने कोशिश शुरू की कि उन छात्रों को बेहतर सुविधा मिल सके और वे सुरक्षित पोलैंड बॉर्डर तक पहुंच जाएं. इस दौरान हम दवाइयां और खाने की भी व्यवस्था कर रहे हैं.
हाल ही में एक स्कूल में फंसे 70 छात्रों की उन्होंने मदद की. उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए. यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर पर भी वह दवाई, खाने और पानी की व्यवस्था किए हुए हैं. दर्जनों लोगों के ठहरने की व्यवस्था है.