इंवेस्टमेंट एडवाइजर बाजार में उथल-पुथल के दौर में गोल्ड एसेट्स में पैसे लगाने (Investment in Gold Assets) की सलाह देते हैं. इसकी वजह यह है कि Gold को Safe Haven समझा जाता है. युद्ध के इस माहौल में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है और आप ऐसे समय में Gold में इंवेस्ट कर सकते हैं. ठीक इसी वक्त में Sovereign Gold Bond Scheme की 10वीं सीरीज सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हो रही है.
इस बार इतनी है कीमत (Sovereign Gold Bond Scheme Price)
आरबीआई ने इस सीरीज के लिए सोने का भाव 5,109 रुपये प्रति ग्राम तय किया है. वहीं, बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने और डिजिटल तरीके से पेमेंट करने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट मिलेगा. इस प्रकार डिजिटल तरीके से पेमेंट करने वाले निवेशक महज 5,059 रुपये प्रति ग्राम की दर से इस स्कीम में इंवेस्ट कर पाएंगे.
कितना कर सकते हैं निवेश
कोई भी व्यक्ति मिनिमम एक ग्राम का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. दूसरी ओर, इंडिविजुअल और HUFs एक वित्त वर्ष में मैक्सिमम चार किलोग्राम सोने के बराबर का बॉन्ड खरीद सकते हैं. ट्रस्ट के लिए यह सीमा 20 किलोग्राम की है.
सब्सक्रिप्शन की तारीख
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 (Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22) की 10वीं सीरीज में आप 28 फरवरी, 2022 से इंवेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते हैं. इस सीरीज में निवेश करने की आखिरी तारीख चार मार्च होगी.
गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश के फायदे
फिजिकल गोल्ड की डिमांड में कमी लाने सरकार ने नवंबर 2015 में इस स्कीम की शुरुआत की थी. आरबीआई इस बॉन्ड भारत सरकार की ओर से जारी करता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की मेच्योरिटी 8 साल होती है. Gold Bond में Invest करने वालों को सालाना 2.5 फीसद का ब्याज भी मिलता है.
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