
छत्तीसगढ़ में विरोध के तौर-तरीकों से राजनीतिक टकराव की नई जमीन तैयार हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया था। जवाब में कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि अब भाजपा के हर केंद्रीय नेता का छत्तीसगढ़ में इससे तीखा विरोध किया जाएगा। शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रायपुर आ रहे हैंं। ऐसे में इस विरोध की शुरुआत भी उन्हीं से होगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने एक गलत परंपरा की शुरुआत की है। राष्ट्रीय नेताओं को काला झंडा दिखाने और विरोध करने की शुरुआत भाजपा ने की है, लेकिन इसका समापन कांग्रेस पार्टी करेगी। विकास ने कहा, हम और हमारे अग्रिम संगठन अब से भाजपा का जो भी नेता छत्तीसगढ़ आएगा उसका विरोध करेंगे। उनको काले झंडे दिखाए जाएंगे। उनके कार्यक्रम में जाकर हम काले झंडे दिखाएंगे। भाजपा का एक केंद्रीय नेता यहां आ रहा है। उनके विरोध से इसकी शुरुआत होगी। हम उनका विरोध करने वाले हैं।
भाजपा ने कांग्रेस की इस घोषणा को धमकी बताया है। भारतिय जनता युवा मोर्चा रायपुर के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता ने कहा, राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं द्वारा किये गए वादा खिलाफी के विरोध में काले झंडे दिखाए गए। कांग्रेस पार्टी के नेता अगर धमकी दे रहे हैं तो इस चुनौती को भी भाजपा स्वीकार करती है। गोविंदा गुप्ता ने आगे कहा, केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम में अगर विघ्न बाधा डालने की कोशिश हुई तो मुंहताेड़ जवाब मिलेगा। कांग्रेसी इस बात को न भूलें कि आगे भी उनके नेता छत्तीसगढ़ आएंगे। तब भाजपा उनका कैसा स्वागत करती है वे इसके लिए भी तैयार रहें।
युवा मोर्चा तैयार है 🚩🙋🏻♂️
Bjp Chhattisgarh BJYM Chhattisgarh BJYM Raipur City
Posted by Govinda Gupta on Friday, February 4, 2022
आप कार्यकर्ताओं ने बृजमोहन के नाम पर पोती थी कालिख
पिछले साल आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी ऐसा विरोध किया था। सितम्बर 2021 में आप के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल के साथ कई कार्यकर्ता पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के शंकर नगर स्थित बंगले पहुंचे थे। उन लोगों ने अग्रवाल के बंगले पर लगी नाम पटि्टका पर स्याही फेंककर नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में पुलिस ने उन लोगों को वहां से हटाया था। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा था कि किसानों के आंदोलन को नक्सली समर्थन दे रहे हैं। आप इसका विरोध कर रही थी।