पिछले कुछ समय से BRATA नाम का एक बैंकिंग फ्रॉड ट्रॉजन एंड्रॉयड यूजर्स को निशाना बनाकर उनका फोन डेटा और बैंक डीटेल्स चोरी कर रहा है.
साइबर सिक्योरिटी फर्म क्लीफी की नयी सिक्योरिटी रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, इस मैलवेयर का एक नया वेरिएंट पिछले साल दिसंबर से सर्कुलेट हो रहा है. यह आपके स्मार्टफोन को फैक्ट्री रीसेट करके सारा डेटा उड़ा ले जाता है.
कैसे काम करता है यह वायरस?
जब पहली बार इस वायरस का पता चला था, तो यह देखा गया था कि यह वायरस वेबसाइट्स, गूगल प्ले और एंड्रॉयड डिवाइसेज पर थर्ड पार्टी ऐप्स के जरिये काम करता था.
आगे चलकर यह देखा गया कि हैकर्स व्हाट्सऐप जैसे मैसेजिंग ऐप्स पर मैसेज भेजकर भी लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. कई बार यूजर्स को किसी एंटी-स्पैम ऐप को डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजा गया है जो दरअसल स्पैम होता है.
एंटी वायरस की भी पकड़ में नहीं आ रहा
आपको बता दें कि BRATA मैलवेयर की पहचान वर्ष 2019 में की गई थी और अब एक बार फिर इसके जरिये अटैक होने शुरू हो गए हैं. दरअसल, एंड्राॅयड स्मार्टफोन ओपन सोर्स बेस्ड होते हैं. इनमें लोग थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं जिनके जरिये यह मैलवेयर आपके फोन को निशाना बनाता है.
इसके बाद यह साइबर फ्रॉड को अंजाम देता है. सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि मैलवेयर का यह नया वेरिएंट कैसे काम कर रहा है और हैकर्स का यूजर्स को फंसाने का जरिया क्या है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. यह बैंकिंग ट्रॉजन यूजर्स को बैंकिंग अलर्ट्स के नाम पर झांसा दे रहा है और एंटी वायरस प्लैटफॉर्म्स से भी बचकर निकल जा रहा है.
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