अलविदा हो रहे वर्ष 2021 में देश के शेयर बाजार ने रिकॉर्ड बनाए। निवेशकों के लिए यह साल बेहतर साबित हुआ है। उनकी संपत्ति में 72 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। बाजार में सूचीबद्ध शेयरों का मूल्य 72 लाख करोड़ रुपये बढक़र लगभग 260 लाख करोड़ रुपये हो गया।
कोविड-19 महामारी से जुड़े जोखिमों के बीच भारतीय शेयर बाजार ने वर्ष 2021 में शानदार प्रतिफल देते हुए अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने इस साल पहली बार 50,000 अंक को पार कर इतिहास बनाया और अगले सात महीनों के भीतर 60,000 के स्तर को भी पार कर गया। सूचकांक 18 अक्तूबर को अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 61,765.59 पर बंद हुआ था।
पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों में आग झरती तेजी
ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच सेंसेक्स वर्ष के अंत में थोड़ा लुढक़र कर 57 हजार के आसपास आ गया है, फिर भी मौजूदा महंगाई के दौर में यह सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। देश में बीत रहे वर्ष में अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर व्यापक सुधार आया है, लेकिन महंगाई ने आम आदमी पर बोझ बढ़ाया है। पेट्रोल डीजल व रसोई गैस की कीमतों में तो आग झरती तेजी आई है।
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