रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के आठवें दिन राज्य के नक्सल प्रभावित कोण्डागांव जिले के ग्राम पुसापाल (विकासखंड-माकड़ी) का अचानक दौरा किया। गांव के पैदल भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री एक जगह पेड़ की डाल पर खेल रहे बच्चों को देखकर ठहर गए और हाथ मिलाकर उनका उत्साह बढ़ाया। उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा। डॉ. सिंह ने कहा-इन बच्चों से मिलकर मुझे भी अपना बचपन याद आ गया। उन्होंने गांव की राशन दुकान का भी निरीक्षण किया और इस दुकान का संचालन कर रहे महिला स्वसहायता समूह की सदस्य महिलाओं के आग्रह पर मिट्टी तेल टैंकर की स्वीकृति तुरंत प्रदान कर दी।
वहीं डॉ. सिंह पुसापाल में हेलीकॉप्टर से उतरते ही सबसे पहले बिना किसी पूर्व सूचना के वहां के आदिवासी किसान घासीराम नेताम के घर पहुंच गए। श्री नेताम अपने परिवार के साथ उस समय आंगन में तुलसी चौरे में पूजा कर रहे थे। प्रदेश के मुखिया को अचानक अपने आंगन में देखकर नेताम परिवार आश्चर्य चकित रह गया। मुख्यमंत्री ने भी उनके साथ तुलसी चौरे की पूजा की और नेताम परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। श्री नेताम ने उनके स्वागत में तत्काल मक्का भूनकर उन्हें दिया।
डॉ. सिंह ने भी बड़े चाव से मक्के के दानों का स्वाद लिया। श्री नेताम ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे अपने एक एकड़ की बाड़ी में मक्के की खेती कर रहे हैं। डॉ. सिंह उनकी बाड़ी में भी गए। डॉ. सिंह श्री नेताम की बाड़ी देखने के बाद जब उनके घर आए तो उनकी दो बेटियों – मंजू और मनीषा ने मुख्यमंत्री को ग्रीटिंग कार्ड बनाकर भेंट किया। डॉ. सिंह ने दोनों बेटियों के हाथों हुनर की तारीफ करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया।
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