प्रदेश में हल्की-फुल्की झूमाझटकी और फर्जी वोटर्स की शिकायतों के बीच सोमवार को 4 नगर निगम समेत 15 निकायों में 13 सौ से अधिक प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य मतपेटियों में कैद हो गया। अब तक मिले आंकड़ों के अनुसार औसतन 60.13 फीसदी तक मतदान हुआ। उप चुनाव में 70 फीसदी तक वोट पड़े।
कोंटा, नरहरपुर जैसे अंदरूनी इलाकों में भारी मतदान की खबर है। उम्मीदवारों की मौजूदगी में मतपेटियों को सील कर मतदान दल लौट रहे हैं। मतगणना 23 दिसंबर को होगी। इस बीच, उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों को यह सुविधा दी गई है कि वे स्ट्रांग रूम की निगरानी कर सकते हैं। हालांकि वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो मतदान शांतिपूर्ण हुआ। सबसे अधिक तनावपूर्ण स्थिति राजधानी से लगे बीरगांव, भिलाई निगम के मतदान केंद्रों में देखने को मिली।
बीरगांव के वार्ड नबंर- 23 में फर्जी मतदान की शिकायत पर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं में विवाद हुआ। यहां एक वोटर ने शिकायत की थी कि उसके नाम पर किसी अन्य ने मतदान कर दिया है। इस पर बूथ अधिकारी ने जांच के बाद उसे वोट डालने दिया। उधर, भिलाई में भी वार्ड 44 में ऐसी स्थिति को लेकर दोनों खेमों में संघर्ष हुआ। बिलासपुर के तारबहार के एक बूथ में विधायक और महापौर के पहुंचने पर भाजपा नेताओं ने जमकर विरोध किया।
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