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घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो भूलकर भी न लगाएं भगवान के ऐसे 5 चित्र… नहीं तो हो जाएंगे बरबाद…

घर की सुख-समृद्धि और वैभव प्राप्ति के लिए धर्म, ज्योतिष और मान्यताओं का सहारा लिया जाता रहा है। सभी घरों में भगवान की प्रतिमाएं लगी होती हैं।
लेकिन क्या आपको मालूम है कि भगवान के सभी प्रकार के चित्र लगाना शुभ नहीं होता। भगवान के कुछ ऐसे भी चित्र अथवा प्रतिमाएं होती हैं जिन्हें घर में लगाने से गलत प्रभाव पड़ता है। ऐसे चित्र और प्रतिमाओं के दर्शन करना भी दुर्भाग्य का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं ऐसी ही प्रतिमाओं और चित्रों के बारे में…
(1) भगवान के रौद्र रूप का चित्र या प्रतिमा घर के मंदिर में नहीं लगानी चाहिए। रौद्र रूप उग्र ऊर्जा का प्रतीक है। घर में सदैव भगवान के सौम्य स्वरूप के ही दर्शन करने चाहिए। इससे मन में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
(2) भगवान की खंडित मूर्ति और फटे हुए चित्र को पीपल के पेड़ में या नदी में बहा देना चाहिए। खंडित चित्र और प्रतिमा वास्तु तथा ज्योतिष दोनों में ही अशुभ मानी गई है। घर में ऐसे चित्रों और प्रतिमाओं का होना अनिष्ट का कारण बनता है।
(3) घर में भगवान की युद्ध करते हुए या राक्षस संहार करते हुए का चित्र भी रौद्र स्वरूप ही माना जाता है। घर में इनके दर्शन करने से संकट आते हैं। मंदिरों में ऐसी प्रतिमाएं हो सकती हैं।
(4) पीठ दिखाती हुई भगवान की मूर्ति को रखना भी अशुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से दुर्भाग्य आ जाता है।
(5) पूजा स्थल में एक ही भगवान की दो प्रतिमाएं आस-पास या आमने-सामने रखना अशुभ माना जाता है। ऐसा होने से गृहक्लेश बना रहता है।

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