क्राइमछत्तीसगढ़

फेसबुक पर दोस्ती और गंवा दिए 23 लाख, पढ़ें पूरी खबर

भिलाई। फेसबुक पर एक शख्स को मित्रता करना इतना महंगा पड़ गया कि उन्हे 23 लाख रुपए गंवाने पड़ गए। हुआ यूं कि एक शख्स ने फेसबुक पर मित्रता की और सामने वाले शख्स ने तोहफा देने का प्रलोभन दिया और वे उनके झांसे में आ गए और अपना 23 लाख रुपए लुटा बैठे। फेसबुक के माध्यम से रमेश प्रभू के साथ मित्रता हुई। रमेश प्रभू ने अपने आप को अमेरिका में अच्छी कंपनी में काम करना बताया। फेसबुक पर ही रमेश प्रभू ने इसे तोहफा भेजने की बात की थी, जिसे इसके द्वारा मना कर दिया गया। इसके उपरांत भी रमेश प्रभू ने तोहफा भेजा और एक ट्रैकिंग आईडी भी इसे फेसबुुक मैसेंजर के माध्यम से भेजा था, जिसे आवेदिका ने तस्दीक किया। जिससे ज्ञात हुआ कि इसका तोहफा इंडिया भी आ गया है। आवेदिका के मोबाइल पर किसी महिला का फोन आया कि आपका तोहफा अधिक मूल्यवान होने से आपको कस्टम ड्यूटी के लिये रकम जमा करने होंगे। इस पर आवेदिका ने कस्टम ड्यूटी चार्ज 50 हजार रूपये जमा किया। रकम जमा करने के उपरांत इसके मोबाईल में विभिन्न मोबाईल नंबरों से कॉल आया, जिन्होंने अपने आप को कस्टम डिपार्टमेंट से होना एवं इसके पार्सल में सोने की नेकलेस सोने की रिंग, आई फोन 12 हजार यूएस डालर कुल वजन 11 किलोग्राम होना बताया गया। इस तोहफे का भारतीय मूल्य लगभग 7लाख 68 हजार 900 रूपये अत्यधिक कीमती एवं गैरकानूनी (काला धन) होना बताकर इसे फंसाने का भय दिखाकर विभिन्न खातों में इससे लगभग 23 लाख रूपये जमा कराये गये और आवेदिका से उसका आधार और पेन कार्ड के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की गई। रकम उठाने के उपरांत रमेश प्रभू द्वारा आवेदिका को विश्वास में लेने के लिये इसके नाम का एक डेबिट कार्ड भी भेजा गया, जिसका उपयोग कर आवेदिका द्वारा 1000 रूपये आहरण भी किया गया था। आवेदिका के लिखित शिकायत पर थाना सुपेला में आरोपी रमेश प्रभू के विरुद्ध अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की विवेचना के दौरान एवं साईबर सेल से आवेदिका को किये गये मोबाईल नंबरों के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर पाया गया कि आवेदिका के साथ फर्जी आईडी के माध्यम से आशीष जायसवाल पिता राधे श्याम जायसवाल उम्र 35 वर्ष साकिन हाउस नंबर 350 सी राप्ति नगर थाना शाहपुर जिला गोरखपुर उत्तरप्रदेश, प्रतीक सिंह पिता सुरेन्द्र सिंह उम्र 22 वर्ष, साकिन शिवपुर शाहबाजगंज, मकान नंबर 26-ई, थाना गुलहारिया, जिला गोरखपुर उत्तर प्रदेश एवं अनुपम सिंह उम्र 35 वर्ष गोरखपुर द्वारा 23 लाख रूपयों की ठगी की गई है। आवेदिका को विभिन्न नंबरों से किये गये कॉल का लिंक गोरखपुर उत्तर प्रदेश पाया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए डॉ. संजीव शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग द्वारा आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए पृथक-पृथक 5 स्थलों पर पुलिस टीम रवाना की गई थी। पुलिस टीम द्वारा आशीष जायसवाल, प्रतीक सिंह एवं अनुपम सिंह की पतासाजी कर गोरखपुर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। आरोपी आशीष जायसवाल एवं प्रतीक सिंह ने पूछताछ पर बताया कि ये लोग किसी नाईजीरियन के लिये काम करते हैं, उसके सहयोगी है। फर्जी आईडी आईडी बनाकर लोगों को अपने घेरे में लेते हैं और फंस जाने के उपरांत विभिन्न बैंकों के खातों में रकम जमा कराई जाती है। इसके उपरांत उक्त जमा रकम को नाईजीनियन द्वारा बताये गये खातों में ट्रांसफर करते हैं। आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है, इनसे पूछताछ कर अन्य धोखाधड़ी के मामलों का भी खुलासा होने एवं नाईजीनियरन के संबंध में भी जानकारी प्राप्त होने की संभावना है!

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