बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण दिन व रात में बादल छा रहे हैं। इसके कारण मैदानी व पहाड़ी इलाकों में ठंड कम हो गई है। इसका असर राजधानी रायपुर में भी पड़ा। बुधवार को दिन में कई बार आसमान में बादल छाए और कई बार धूप भी निकली। गुरुवार को बस्तर संभाग के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान कई इलाकों में हल्की से तेज बारिश हो चुकी है।
राजधानी में भी हल्के बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। नवंबर के पहले और दूसरे हफ्ते की तुलना में तीसरे सप्ताह में रायपुर समेत पूरे प्रदेश में ठंड कम हो गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा ऊपरी हवा का चक्रवात भी बना है। इसी के असर से प्रदेश में व्यापक मात्रा में नमी आ रही है। इसके कारण प्रदेश के दक्षिण यानी बस्तर संभाग में तेज वर्षा हो रही है, पिछले 24 घंटे में लोहंडीगुड़ा में 13 सेमी बारिश दर्ज की गई। यह नवंबर में एक रिकार्ड है।
इसके अलावा ओरछा, बकावंड, भैरमगढ़, बस्तर व भोपालपट्नम में एक से दो सेमी पानी गिरा है। राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री रहा। यह सामान्य से एक डिग्री कम है, जबकि रात का तापमान 20.6 डिग्री रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। सप्ताहभर पहले राजधानी में न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री तक आ चुका है। यानी इस साल नवंबर में काफी पहले ठंड ने दस्तक दे दी है। सिस्टम बनने के कारण ठंड में कमी आई है। इससे वायरल फीवर के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी थी।
बदलाव के आसार कम
मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तर छत्तीसगढ़ में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कुछ परिवर्तन होने की संभावना है। बाकी संभागों में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम-मध्य व दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है। 5.8 किमी की ऊंचाई पर चक्रवात भी बना है। जब तक बादल छाए रहेंगे, रात का तापमान बढ़ा रहेगा। यानी ठंड कम रहेगी। बादल छंटने के बाद ठंड में बढ़ेगी।
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