देहरादून। केंद्र सरकार ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी। नोटबंदी के बाद जिन लोगों के पास पांच सौ और एक हजार के नोट थे उन्हें बैंकों में जमा कराने का 50 दिन का वक्त दिया गया था। इस दौरान बैंकों में असली के साथ नकली नोट भी जमा हो गए थे। उसके बाद चेस्ट ब्रांचों में जांच करने पर नकली नोट पकड़ में आए। नोटबंदी के दौरान दून के कई बैंकों में पांच सौ और एक हजार के हजारों नकली नोट जमा कराए जाने का मामला उजागर हुआ है। रिजर्व बैंक की ओर से बृहस्पतिवार को डालनवाला थाने में नकली नोट जमा कराए जाने के तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। तीनों मुकदमे अज्ञात लोगों के खिलाफ हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
राजपुर रोड स्थित आरबीआई कार्यालय के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को डालनवाला थाने में नकली नोट जमा होने के तीन मुकदमे दर्ज कराए हैं। इनमें एक मुकदमा एक हजार के 10 नोट और पांच सौ रुपये के 15 नोट जमा कराए जाने का है। दूसरे मुकदमा पांच सौ रुपये 15 नोट और एक हजार नौ नोट और तीसरे मुकदमे में पांच सौ रुपये 11 नोट और छह नोट एक हजार के जमा कराए जाने से संबंधित हैं।
एसपी सिटी प्रदीप राय के मुताबिक तीनों मुकदमों में पांच सौ रुपये के 40 नोट और एक हजार के 25 नकली नोट जमा हुए हैं। यह राशि 45 हजार रुपये की है। एसपी सिटी ने बताया कि सभी नकली नोट दून में अलग-अलग बैंकों में जमा हुए हैं। चेस्ट ब्रांचों में नकली नोट पकड़ में आए हैं। मुकदमे दर्ज होने के बाद पुलिस ने इनकी जांच शुरू कर दी है।
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