राजनांदगांव। आंखफोड़वा कांड के में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए फेलोशिप क्रिश्चियन अस्पताल का लाइसेंस 6 माह के लिए रद्द कर दिया है। अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं करने का भी आदेश दिया है। सीएमओ ने इस संबंध में कहा है कि ऑपरेशन में लापरवाही सहित विभिन्न बातों को लेकर अभी 6 महीने के लिए लायसेंस रद्द किया गया है। आंखफोड़वा कांड में जो दवाईयां इस्तेमाल की गई थी उन्हें जांच के लिए कलकत्ता लैब भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के संबंध में विचार किया जाएगा। अभी प्राथमिक तौर पर लाइसेंस रद्द किया गया है। छत्तीसगढ़ में आंखफोड़वा कांड में करीब 37 लोगों की अपनी आंख से हाथ धोना पड़ा था। अस्पताल में लापरवाही पूर्वक किए गए ऑपरेशन और दवाईयों के इस्तेमाल के चलते ग्रामीण अंधे हो गए थे। क्रिश्चियन अस्पताल में लगभग 57 मरीजों ने ऑपरेशन करवाया था, जिसमें से 37 अंधे हो गए थे। आंखफोड़वा कांड सामने आने के बाद पीडि़तों को इलाज के लिए रायपुर भी लाया गया था, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उनकी आंख की ज्योति जा चुकी थी।
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