कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू आदि ने बताया कि गोवर्धन पूजा के कारण प्रदेश सहित देश भर में लगभग सभी थोक बाजार बंद रहें वही विश्वकर्मा पूजा की वजह से भी सभी औद्योगिक संस्थान भी पूरी तरह बंद रहेंगे।
छठ पूजा के कारण बड़ी संख्यां में मजदूर एवं कर्मचारी भी अपने गाँव लौट गए है और कमोबेश अब देश भर में सामान्य व्यापारिक गतिविधियां 11 नवम्बर से शुरू होंगी। इस वर्ष दिवाली पर लोगों ने जमकर बाज़ारों में खरीदारी कर दो साल से व्यापार में चल रही आर्थिक मंदी को ख़त्म कर देश के व्यापारियों में निकट भविष्य में बेहतर व्यापारिक संभावनाओं को जगा दिया है।
अनेक मायनों में इस बार की दिवाली पिछले अनेक वर्षों के मुकाबले बिलकुल अलग रही और देशवासियों ने भी जमकर दिवाली का त्यौहार अपनी पूरी शान ओ शौकत से मनाया । दिवाली व्यापार से उत्साहित होकर अब देश भर के व्यापारी आगामी 14 नवम्बर देव -उठान एकादशी से शुरू होने वाले शादियों के सीजन की बिक्री के लिए दुगने जोश से जुट गए हैं।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने बताया की इस वर्ष की दिवाली के त्यौहारी सीजन में पूरे देश में लगभग सवा लाख करोड़ रुपये के व्यापार के होने का अनुमान है जो गत 10 वर्षों में दिवाली सीजन में व्यापार का एक रिकॉर्ड आंकड़ा है। अकेले दिल्ली में यह व्यापार लगभग 25 हजार करोड़ का हुआ।
पारवानी एवं दोशी ने बताया की इस बार देश भर के बाज़ारों में चीनी सामान कतई भी नहीं बिका और ग्राहकों का ख़ास जोर भारतीय वस्तुओं की खरीद पर रहा जिसके चलते चीन को 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के व्यापार का सीधा नुक्सान हुआ।
उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान को देश भर के व्यापारियों ने मजबूती देते हुए देश भर में भारतीय दिवाली – लोकल दिवाली को उत्साहपूर्वक मनाया।
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