जानबूझकर चुनावी साल में तेंदूपत्ता में टेंडर कम दाम पर बुलाया गया
रायपुर। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर 300 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार घोटाले वाली सरकार है। उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा और विधायक मोहन मरकाम ने भी रमन सरकार को निशाने पर लिया। भूपेश ने कहा कि बस्तर में 300 करोड़ रुपए का तेंदूपत्ता घोटाला हुआ है। सरकार ने कारोबारियों के जरिए घोटाले को अंजाम दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घोटाले में सीएम रमन सिंह, वन मंत्री महेश गागड़ा की भूमिका संदिग्ध है। टेंडर में कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि 34.06 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। तकनीकी रूप से गड़बड़ी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि 51 से 52 प्रतिशत बोली नीचे गई और कारोबारियों ने तेंदूपत्ते को ऊंचे दाम में बेचा गया। भूपेश ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर चुनावी साल में तेंदूपत्ता में टेंडर कम दाम पर बुलाए है। उन्होंने कहा कि 2013 में भी कम दाम में टेंडर बुलाकर कारोबारियों को सरकार ने लाभ पहुंचाया है। 2013 में करीब 300 करोड़ रुपए का नुकसान तेंदूपत्ता फेडरेशन को हुआ था। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि सरकार हर चुनावी वर्ष में कारोबारियों के जरिए इसी तरह घोटाला करती है। श्री बघेल ने कहा कि सरकार को नक्सलियों की तरफ से कोई खतरा नहीं है। सरकार नक्सलियों तक पैसा पहुँचा रही है। रमन सिंह नक्सलियों के साथ मिलकर बस्तर का चुनाव जीतना चाहते हैं। विधायक मोहन मरकाम ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2003-2008 में केंद्रीय गृह मंत्री बस्तर में आकर बैठ गए थे। उन्होंने कहा कि नक्सलियों से मिलकर सरकार बस्तर चुनाव जीतना चाहती है। उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा ने कहा कि 2001 में दंतेवाड़ा में कच्चा पत्ता के नाम पर पहले खरीदी होती थी। शिशुपाल सोरी ने कहा कि स्वतंत्र रूप से नीलामी नहीं हो रही है। इसमें एक सिंडिकेट काम कर रहा है। प्रदेश में 14 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक हैं। बोनस के रूप में जो राशि संग्राहकों को मिलता है, वो सरकार और ठेकेदारों के पास जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि नीलामी को रद्द किया जाए और इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाए।
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