अगर आप अभी प्लान कर रहे हों कि धनतेरस या दिवाली में घर लाने के लिए अब गाड़ियों की बुकिंग करवानी चाहिए, तो अब इसका फायदा नहीं होगा क्योंकि ज्यादातर कारें या एसयूवी (फोर व्हीलर) एक माह से ज्यादा की वेटिंग पर आ गई हैं यानी अभी बुकिंग की तब भी त्योहार वाले दिनों में नहीं मिल पाएंगी।
कंपनियां हालांकि ज्यादा वेटिंग बता रही हैं, लेकिन भास्कर की पड़ताल के मुताबिक जितनी भी बेस्ट सेलिंग गाड़ियां हैं, उनमें कम से कम एक माह की वेटिंग तो आ गई है। राजधानी के आटोमोबाइल मार्केट में इसकी दो वजहें बताई गई हैं। पहली, इस बार त्योहार और शादियों के लिए कारों-एसयूवी या एमपीवी की डिमांड काफी ज्यादा आ गई है। दूसरा, कंपनियों का प्रोडक्शन कम है, इसलिए वे कोरोना काल से पहले वाले दिनों के मुकाबले आधी से तीन चौथाई संख्या गाड़ियां ही यहां भेज पा रही हैं।
इस दिवाली में उन्हीं लोगों के घरों तक गाड़ियां पहुंच पाएंगी जिन्होंने कम से कम एक महीने पहले बुकिंग कराई है। राजधानी में सभी प्रमुख कार कंपनियों के शो-रूम संचालकों का कहना है कि अभी हर कंपनी की गाड़ी में 2 से 5 माह की वेटिंग चल रही है। त्योहारी सीजन होने की वजह से हर दिन गाड़ियों की बुकिंग बड़ी संख्या में हो रही है। केवल धनतेरस के लिए ही अभी से 2500 से ज्यादा गाड़ियों की बुकिंग हो चुकी है। इसके अलावा ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने दशहरा वाले दिन के लिए गाड़ी की बुकिंग करवाई थी और उन्हें डिलीवरी नहीं दी जा सकी, ऐसे लोगों को भी अभी कार देनी है। इस वजह से सभी शो-रूम पर दबाव बढ़ गया है।
सेमीकंडक्टर चिप की कमी से कार प्रोडक्शन और आयात आधे से कम
ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के मुताबिक पिछले साल कोरोना की वजह से सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन और उसका आयात आधे से भी कम हो गया था। चीन, अमेरिका और जापान से आने वाली इन चिप की सप्लाई भारत में 30 फीसदी भी नहीं हो पा रही है। इसका सीधा असर गाड़ियों के प्रोडक्शन पर हो रहा है। इस बड़ी वजह से प्लांट में तैयार गाड़ियां भी शो रूम तक नहीं पहुंच पा रही हैं। हर गाड़ी में 32 से 37 सेमीकंडक्टर चिप लगाई जाती हैं। इस चिप से गाड़ी स्टार्ट होने से कई तरह के फंक्शन काम करते हैं।
डिमांड-सप्लाई का नियम बदला
शो रूम से मिली जानकारियों के अनुसार कार कंपनियां कोरोना के पहले अपने डीलरों से एक महीने में 2 से 3 बार डिमांड लेती थी। हर डीलर से पूछा जाता था कि उन्हें कितनी गाड़ियों की जरूरत है उसकी के अनुसार गाड़ियों की सप्लाई भी की जाती थी। अभी सेमी कंडक्टर चिप की कमी के बाद कंपनियों ने सप्लाई का तरीका भी बदल दिया है। इस वित्तीय साल की शुरुआत से कंपनियां डीलरों से महीने में केवल एक ही बार डिमांड ले रही है। इस वजह से सप्लाई भी कम हो रही है। जिस डीलर की जितनी डिमांड होती है उसे पूरी सप्लाई भी नहीं की जा रही है।
दोपहिया लेने वालों को राहत
कार खरीदने वालों को भले ही महीनों पहले बुकिंग करानी पड़ रही है, लेकिन दोपहिया गाड़ी खरीदने वालों को तत्काल भी गाड़ियां मिल रही हैं। स्कूटर, मोपेड और मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनियां बड़ी संख्या में स्टॉक डीलरों के पास भेज रही है। दिवाली के लिए अभी से कई गाड़ियां कंपनियों से निकल चुकी हैं। यह सभी स्टॉक पुष्य नक्षत्र के पहले शो रूम में पहुंच जाएगी। इसलिए लोग दोपहिया वाहनों की खरीदी कर सकते हैं।
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