MP में CM ने कहा जरुर होगा संविलियन, सरकार इस मामले में तटस्थ, अब क्यों पीछे है छत्तीसगढ़: वीरेन्द्र दुबे

ए दारी केवल संविलयन के बारी: जितेन्द्र शर्मा
रायपुर। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रधेश के शिक्षाकर्मियों के संविलियन के मुद्दे पर फिर सोमवार को बयान देकर उन्हें आश्वस्त किया है कि उन्हें चिंता करने की जरुरत नहीं है। उनका संविलियन होकर रहेगा। सरकार इस बात को लेकर तटस्थ है। उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द ही शिक्षाकर्मियों को यह मिलेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ लोगों को इस बात की चिंता है कि संविलियन के बाद उनकी वरिष्ठता पर इसका असर पड़ेगा तो ऐसा नहीं है।
सरकार उसका भी रास्ता निकाल रही है। उनकी वरिष्ठता पर इसका कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे वरिष्ठ शिक्षकों को पदनाम को लेकर उनकी वरिष्ठता को बरकरार रखा जाएगा। इस संबंध में प्रांतीय संचाकल विरेन्द्र दुबे ने कहा कि मप्र के मुख्यमंत्री ने संविलियन की घोषणा पश्चात आज फिर कैडर और वरिष्ठता पर बड़ा बयान देकर संविलियन में मार्ग को प्रशस्त किया है, आखिरकार छत्तीसगढ़ पीछे क्यों.? अब तो ना कैडर का झंझट ना ही वरिष्ठता का। अब छग में संविलयन के लिए कोई कोताही नही बरतनी चाहिए। जल्द ही समस्त शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो। प्रांतीय संचालक जितेन्द्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश का दौरा समाप्त हो गया, कमेटी का कार्यकाल भी समाप्त हो गया, मप्र में संविलियन की घोषणा हो गई, कैडर और वरिष्ठता के मामले भी समाप्त हो गए पर छत्तीसगढ़ में अभी भी कमेटी कमेटी का खेल खेला जा रहा है। अब समय व्यर्थ ना करें अन्यथा शिक्षाकर्मियों का आक्रोश बढ़ते ही जायेगा। ए दारी केवल संविलयन के बारी। अब देर करना अगाह्य है, अविलम्ब संविलयन हो।
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