पहाड़ों में बारिश, आंधी व ओलावृष्टि से राहत, 14 जून तक ऐसे रहेंगे मौसम के तेवर

देहरादून. उत्तराखंड के लिए राहत की बात यही है कि भीषण गर्मी के पिछले एक हफ्ते बाद अब मौसम विभाग ने 14 जून तक के लिए हीट वेव या अन्य कोई अलर्ट जारी नहीं किया है. पहाड़ों में अगले चार दिनों तक बारिश हो सकती है, जिसकी आहट शुक्रवार के मौसम ने दे दी. दिन भर उमस और गर्मी के बाद पहाड़ों में शाम को अचानक मौसम बदला तो कहीं आंधी चली और कई जगह बारिश हुई. बारिश से पहाड़ों में राहत मिली, हालांकि मैदानों में हल्की सी राहत तो महसूस हुई लेकिन तापमान में खास गिरावट नहीं आई.
उत्तरकाशी ज़िले में शुक्रवार शाम मौसम का मिज़ाज बदला तो तेज़ हवाओं के साथ ऊपरी क्षेत्र में हल्की बारिश हुई. टिहरी में भी मौसम ने करवट ली और ओलों के साथ अच्छी बारिश हुई. इसी तरह, चमोली और पिथौरागढ़ ज़िलों में भी कहीं आंधी चली तो कहीं हल्की बारिश भी दर्ज की गई. वहीं, देहरादून समेत मैदानों में कई जगह तापमान 40 डिग्री के करीब ही रहने की सूचनाएं भी मिलीं. पिछले एक हफ्ते से हीट वेव के अलर्ट से जूझ रहे हिमालयी प्रदेश में अब 11 से 14 जून तक ऐसा कोई अलर्ट नहीं है.
मौसम विज्ञान केंद्र ने ऐसा कोई अलर्ट जारी न करते हुए बताया है कि इस दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश तक की संभावना है जबकि मैदानों में 14 जून तक मौसम सूखा और साफ बना रहेगा. 11 और 12 जून को उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और चंपावत ज़िलों समेत कहीं कहीं बारिश हो सकती है, जबकि 13 और 14 जून को भी उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे ज़िले भीग सकते हैं.
कैसे मौसम बदलने से मिली राहत?
उत्तरकाशी ज़िला मुख्यालय में शुक्रवार शाम तेज़ हवाओं के साथ मौसम बदला और ऊंचाई वाले भैरव घाटी, हर्षिल, सुखी, गंगनानी में बारिश हुई. यात्रियों को ठंड का एहसास भी हुआ तो इन जगहों पर पिछले तीन दिनों से शाम होते ही मौसम ऐसे ही बदलने का पैटर्न भी दिखा. मौसम विभाग की मानें तो 13 जून तक ऐसा ही मौसम यहां रहेगा.
पौड़ी जनपद में भी अचानक बदले मौसम के बाद झमाझम बारिश ने जहां गर्मी की तपिश से जनता को राहत दी, वहीं वन विभाग की मुसीबत को भी हल किया. जंगलों में लगी आग से तापमान और बढ़ा था. ऐसे में श्रीनगर गढ़वाल, कीर्तिनगर और पौड़ी जनपद के विभिन्न वन क्षेत्रों में आग तो बारिश से बुझी ही, वन्यजीवों को भी राहत मिली. इधर, देवप्रयाग में बद्रीनाथ हाईवे करीब 3 घंटे बंद रहा, तो कई लोग फंस गए.
आंधी से हाईवे पर फंसे चार धाम यात्री
मूल्यागांव में बंद बद्रीनाथ हाईवे को शुक्रवार शाम 3 घंटे बाद आखिरकार खोला गया, तो हाईवे के दोनों तरफ बड़ी संख्या में फंसे वाहन किसी तरह निकल सके. मूल्यागांव के पास तेज़ आंधी के चलते पेड़ उखड़कर सड़क पर गिर जाने से हाईवे बंद हुआ था तो चारधाम और हेमकुंड तीर्थयात्रियों का जमावड़ा लग गया था. तीर्थों और पहाड़ों के रास्ते बारिश के चलते अक्सर बंद हो रहे हैं और होते हैं इसलिए मानसून से पहले चमोली प्रशासन सतर्क दिख रहा है.
जोशीमठ नगर क्षेत्र के नीचे पिछले कई सालों से भूस्खलन हो रहा है, जिसके रोकथाम की मांग भी सालों से की जा रही है. इस बार प्रशासन ने सिंचाई विभाग को प्रस्ताव तैयार कर सरकार से स्लाइड ज़ोन के ट्रीटमेंट के लिए फंड की मांग की है. जोशीमठ एसडीएम कुमकुम जोशी ने अलकनंदा और धौली नदी के किनारे पर हो रहे भूस्खलन का जायज़ा लेने के दौरान यह जानकारी दी.