छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ही स्कूल लगाने के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। शहर के शासकीय प्राइमरी स्कूल बोरियाखुर्द में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) एएन बंजारा औचक पहुंचे तो मामले का पर्दाफाश हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार प्रधान पाठक केवल तीन घंटे ही स्कूल चला रहे हैं। इस स्कूल में 212 बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रधान पाठक समेत 13 शिक्षक पदस्थ हैं, इसके बाद भी स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक ही चल रहा था, जबकि नियमानुसार स्कूल सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक संचालित करना है।
यहां केवल तीन घंटे ही स्कूल चलने की जानकारी मिलते ही डीईओ एएन बंजारा भौंचक रह गए और उन्होंने प्रधान पाठक समेत अन्य शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई और प्रधान पाठक जेएम शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मामले में प्रधान पाठक शर्मा का कहना है कि उन पर एकतरफा कार्रवाई की गई है, उनसे जवाब नहीं लिया गया। स्कूल तीन घंटे ही चल रहा था, लेकिन यह शाला प्रबंधन समिति के निर्णय के अनुसार चल रहा था।
एक शिक्षिका अनुपस्थित, बाकी फुर्सत मिलीं, लगी फटकार
इसी तरह डीईओ एएन बंजारा ने प्राइमरी स्कूल देवपुरी और मिडिल स्कूल देवपुरी में भी निरीक्षण किया। मिडिल स्कूल देवपुरी की एक शिक्षिका अनुपस्थित मिलीं। जानकारी मिली है कि वे शिक्षिका अक्सर स्कूल से नदारद रहती हैं। डीईओ ने शिक्षिका मिथिलेश को कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं यहां की प्रधानपाठिका आर महिलांगे, प्राइमरी स्कूल की प्रधानपाठिका विशाखा को भी नोटिस दिया गया है और अन्य चार शिक्षिकाओं को भी फटकार लगाई गई है। इसी तरह हाईस्कूल बोरियाकला में बच्चों का शिक्षा स्तर बेहतर नहीं होने पर यहां के प्राचार्य को फटकार लगाई है।
बच्चों उत्तरपुस्तिका देख गदगद हुए डीईओ
इधर बच्चों की उत्तरपुस्तिका देखकर डीईओ एएन बंजारा बेहद प्रभावित हुए। कुछ बच्चों ने आकलन के दौरान अपनी उत्तरपुस्तिका बेहतर तरीके से लिखी थी, डीईओ ने बच्चों से घर और स्कूल दोनों जगह पर मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए कहा।
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