छत्तीसगढ़

अब एक जैसी होगी स्कूल और मदरसे की यूनिफॉर्म

शिक्षा विभाग ने लिया बड़ा फैसला,नए सत्र से होगा लागू

छत्तीसगढ़ के स्कूलों और मदरसों के बीच यूनिफॉर्म के भेद को राज्य सरकार खत्म करने जा रही हैं। मदरसों की यूनिफॉर्म भी सरकारी स्कूल यूनिफॉर्म जैसी होगी। मदरसे के बच्चे नीली पैंट और आसमानी शर्ट पहनेगें, बच्चियां नीला ट्यूनिक और आसमानी शर्ट में दिखेंगी। राज्य सरकार इस साल सभी 304 मदरसो के हजारो बच्चों को निःशुल्क डेस देगी, जिसकी कीमत 270 रूपयें होगी। अब तक मदरसे में छात्र सफेद कुर्ता-पायजामा पहनते हैं और बच्चियां सलवार सूट। सरकार सभी 304 मदरसों में हजारो बच्चों को मुफ्त मेंअब यूनिफॉर्म बांटेगी।

हिन्दू-मुस्लिम के बीच समानता से बदली धारणा

अभी तक ऐसा माना जाता रहा है कि मदरसों में मुस्लिम बच्चे ही पढ़ते है ,यहां सिर्फ इस्लामिक शिक्षा और उसके मूल्यों को मजबूती देेने वाली बाते सिखाई जाती हैं, इसलिए मुस्लिम लिबास में बच्चे पढ़ने जाते थें। इसके विपरित जाकर प्रदेश के मदरसों में नई इबारत लिखी जा रही है। ज्यादातर मदरसों में हिन्दू बच्चे भी शिक्षा ले रहे हैं। लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक एस प्रकाश ने कहा कि मदरसों में पहली बार यूनिफॉर्म बांटनें का निणर्य लिया गया है। मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग का कहना हे कि सीएम डॉ सिंह ने मदरसे और स्कूलों में यूनिफॉर्म के भेद को मिटाकर बडा़ फैसला लिया हैं।

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