छत्तीसगढ़

भखारा से कबीर आंदोलन का आगाज, आठ सूत्रीय मांगों को लेकर निकाली रैली

धमतरी। कबीर आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी रणजीत साहेब, राष्ट्रीय संत सनाथ साहेब एवं आन्दोलन के संस्थापक संयोजक प्रेमलाल सोनी की अगुवाई में धमतरी जिला के कबीर पंथियों की 8 सूत्रीय मांग को लेकर नगर पंचायत भखारा मे कबीर आंदोलन का आगाज किया, जिसमें क्षेत्र के हजारों कबीर पंथियों बढ़-चढक़र भाग लिया। आन्दोलन धमतरी जिला के अलग-अलग 42 गांवों में लगातार चलेगा। आंदोलन को धमतरी जिला के संतों का पूरा समर्थन मिला


आन्दोलन मे पूर्व विधायक लेखराम साहू,भरत नाहर,नीलम चन्द्राकर,विनोद साहू,प्रतिभा साहू डॉ.भागवत साहू,मानिकपुरी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश मानिकपुरी आदि लोग उपस्थित थे।
आन्दोलन के संस्थापक एवं संयोजक प्रेमलाल सोनी ने कबीर पंथियों को राजधानी रायपुर में धरना-प्रदर्शन एवं आन्दोलन करने के लिए तैयार रहने की बात कही। अगले सप्ताह के मध्य में बड़ा आन्दोलन किया जायेगा।


इस बीच उपस्थित अन्य संतों ने भी मुख्यमंत्री का घेराव करने का संकल्प के साथ आन्दोलन का जयघोष किया। कबीर आश्रम डोमाॉ, कबीर आश्रम कोलियारी, कबीर आश्रम भानपुरी, कबीर आश्रम कोसमर्रा, कबीर आश्रम गातापार, कबीर आश्रम पोटियाडीह, कबीर आश्रम पीपरछेडी,कबीर आश्रम लिमतरा, कबीर आश्रम नवागाँव, आदि आश्रमों के संतों का भी इस मुद्दे पर समर्थन किया है। आंदोलन के दौरान भारी संख्या मे संत उपस्थित थे।
कबीर पंथी आन्दोलन के संस्थापक एवं संयोजक प्रेमलाल सोनी ने बताया कि कबीर पंथियों की 8 मुख्य मांग है जिन्हें जन जन तक पहुंचाने के लिए आंदोलन किया जा रहा है और जब तक हम अपनी माँग पूरी नही कर लेते आन्दोलन करते रहेंगे।


कबीरपंथियों की मुख्य मांगे- धमतरी जिला में संत सम्राट कबीर साहेब का एक हाथ में मशाल लिए हुए विश्व का सबसे ऊंचा स्टेच्यू बनाया जाए. स्टेच्यू की ऊंचाई 221 मीटर हो। कबीर स्टेचू एवं कबीर तीर्थ स्थल के लिए 101 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया जाए। धमतरी जिला में कबीर साहेब के नाम पर कबीर विश्वविद्यालय खोला जाए। धमतरी जिला में संतों के अध्ययन-अध्यापन के लिए संत कबीर आध्यात्मिक बाल विश्वविद्यालय खोला जाए. जहां कक्षा पहली से बारहवीं तक की बाल संतो को सुविचार, संस्कार एवं आध्यात्म की शिक्षा दी जा सके।

समूचे छत्तीसगढ़ में 5000 से अधिक की आबादी वाले हर एक गांव में, हर एक जनपद, ब्लॉक एवं जिला मुख्यालयों में संतो के ठहरने के लिए कबीर विश्राम गृह बनाया जाए, जहां राह चलते हैं सभी मत-पंत के संतजन विश्राम कर सकेंगे। धमतरी जिला में कबीर शोध संस्थान खोला जाए। धमतरी जिला में विश्व स्तरीय संत कबीर ग्रंथालय एवं संत कबीर वाचनालय खोला जाए। छत्तीसगढ़ के हर एक आश्रम एवं कुटी में जहा संतजन रहते हैं , चाहे वे किसी भी मत-पंथ के मानने वाले हो वहां आधुनिक समय को ध्यान में रखते हुए कम से कम 4 चक्का वाहन उपलब्ध कराया जाए, शामिल है।

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