जिला अस्पताल में बीमार बच्चों की संख्या अचानक बढ़ गई है। यहां 80 बच्चे भर्ती हैं। उनमें से 75 सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित हैं। 20 बच्चाें काे सांस लेने में तकलीफ है, जिन्हें ऑक्सीजन सपाेर्ट पर रखा है। इनमें 70 फीसदी बच्चे एक साल से कम उम्र के हैं।
नवजात से लेकर 7 साल तक के बच्चे शामिल हैं। हालत इतने खराब हैं कि ओपीडी के बाहर जमीन पर बच्चों का इलाज किया जा रहा है। बड़ी चिंता की बात यह है कि इस लक्षण से इस महीने यहां तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित बच्चाें की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। ज्यादातर बच्चों में फीवर, सर्दी-जुकाम, इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा निमोनिया, उल्टी, पेट दर्द, दस्त से भी पीड़ित बच्चे भर्ती हैं।
डॉक्टर बोले-बच्चों में फ्लू के लक्षण
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भास्कर दत्त मिश्रा ने बताया कि बच्चों में फ्लू के लक्षण दिख रहे हैं, इसलिए कोविड जैसे ही बचाव और एहतियात बरते जा रहे हैं। वहीं सिविल सर्जन डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि ज्यादातर बच्चे निमोनिया से पीड़ित हैं।
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